आजमगढ़ः प्रदेश की सरकार जीरो टोलरेंस नीति की लाख दावे कर ले लेकिन यूपी पुलिस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है. यूपी पुलिस की लापरवाही ने एक और जिंदगी ले ली. आजमगढ़ जिले की पुलिस के आराम में खलल न पड़े इसलिए रात में शिकायत करने पहुंची गैंगरेप पीड़िता की सुनी नहीं और वापस भेज दिया. पुलिस के इस रवैये आहत होकर और न्याय न मिलते देख आखिरकार गैंगरेप पीड़िता ने अपनी जान दे दी. अब इस मामले में एसपी अनुराग आर्य ने कप्तानगंज थाने के हेड मोहर्रिर राहुल कुमार को निलम्बित करते हुए मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
सुसाइड नोट मिलाः जानकारी के अनुसार कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में एक किशोरी से गैंगरेप की वारदात हुई थी. परिजन करीब रात 11:00 बजे थाने पर पहुंचे थे. थाने पर तैनात कांस्टेबल हेड मुहर्रिर राहुल कुमार से शिकायत की. लेकिन मुहर्रिर ने परिजनों को थाने से सुबह आने को कह कर मामले को टरका दिया. इसी बीच गैंगरेप पीड़िता ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पहले ने पीड़िता ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था, जो कमरे में मिला.
कांस्टेबल ने थाना प्रभारी को नहीं दी सूचनाः एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि थानाध्यक्ष कप्तानगंज की रिपोर्ट के आधार पर यह तथ्य प्रकाश में आया कि 29 जुलाई की रात करीब 10:30 बजे मृतका के परिजनों द्वारा मौखिक रूप से थाना कप्तानगंज में नियुक्त हेड मोहर्रिर राहुल कुमार को सूचना दी गई थी. लेकिन राहुल कुमार द्वारा चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी को घटना से अवगत नहीं कराया, चूंकि दोनों मोहर्रम जुलूस की ड्यूटी में तैनात थे. इसके अलावा न ही शिकायतकर्ता से लिखित शिकायत मांगी.