लखनऊ :राजधानी के अलीगंज में सीएमएस स्कूल के छात्र आतिफ की मौत हार्ट अटैक से नहीं हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आतिफ की मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है. पोस्टमार्टम के बाद विसरा सुरक्षित रख लिया गया है, अब उसकी ही रिपोर्ट के बाद मौत की असली वजह साफ हो सकेगी. डॉक्टरों का कहना है कि छात्र की मौत प्वाॅइजनिंग से भी हो सकती है.
दरअसल, गुरुवार को सिटी मोंटेसरी स्कूल (सीएमएस) प्रबंधन का दावा था कि, अलीगंज ब्रांच में छात्र आतिफ भरी क्लास में अचानक बेहोश हो गया था. स्कूल प्रबंधन उसे फौरन लॉरी ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. छात्र की मौत के बाद में पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था, गुरुवार देर रात रिपोर्ट आने पर मामला और भी उलझ गया है. छात्र के मौत की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है, डॉक्टरों का कहना है कि विसरा को जांच के लिए भेजा जाएगा, जिसकी रिपोर्ट आने पर ही मौत की असल वजह सामने आएगी. वहीं छात्र आतिफ के परिजन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हैरान हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके बच्चे को हार्ट अटैक पड़ा ही नहीं था. उन्होंने कहा जब स्कूल प्रबंधन उनके बच्चे को लॉरी ले गए थे तो वहां हार्ट अटैक पड़ने से डॉक्टर ने इंकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि यदि हार्ट अटैक पड़ा होता तो छात्र के सीने में निशान कैसे पड़े. परिजनों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
यह था मामला :सीएमएस के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ऋषि खन्ना ने बताया था कि कक्षा 9 के छात्र आतिफ सिद्दीकी बुधवार को केमिस्ट्री के पीरियड (7th पीरियड) में अचानक बेहोश होकर क्लासरूम में ही गिरने की सूचना मिली थी. इसके बाद स्कूल के टीचर व नर्स द्वारा उसे अपनी कार से तुरंत ही पास के आरुषि मेडिकल सेंटर ले जाया गया था. तब तक बच्चे के पिता को फोन से पूरी घटना की जानकारी दी गई थी. वह भी आरुषी मेडिकल सेंटर पहुंचे थे. उन्होंने बताया था कि वहां डाॅक्टर के सीपीआर देने के बावजूद जब आतिफ होश में नहीं आया तो डाॅक्टर ने बताया कि बच्चे को हार्ड अटैक हुआ है और उसे तुरंत लारी कॉर्डियोलाजी हॉस्पिटल ले जाया जाए. मेडिकल सेंटर की एम्बुलेंस से टीचर एवं नर्स आतिफ को ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ लॉरी ले गए थे. लॉरी कोर्डियोलॉजी की इमरजेंसी में पहुंचने पर डाॅक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया था.