बांदा :कोरोना काल में चर्चा में आए तब्लीगी जमात में जाकर जिले का एक ब्राह्मण युवक मुसलमान बन गया. उसने अपना नाम रामबाबू तिवारी से नासिर हुसैन कर लिया. परिजनों ने गांव के ही मुस्लिम समाज के चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि इन्हीं लोगों ने युवक को जमात में भेजा था. मामला दो समुदायों से जुड़ा होने पर पुलिस प्रशासन काफी गंभीरता बरत रहा है. शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिए गांव में पीएसी भी तैनात कर दी गई है.
युवक ने परिजनों के खिलाफ दी थी तहरीर :धर्मांतरण का यह मामला बांदा के गिरवां थाना क्षेत्र के गांव जखनी का है. यहां के रहने वाले पवन तिवारी ने बताया कि उनके बेटे रामबाबू तिवारी का धर्म परिवर्तन करा दिया गया. इस बात की जानकारी तब हुई जब 13 अक्टूबर को रामबाबू अधिकारियों के यहां पहुंचकर धर्म परिवर्तन का शपथ पत्र देकर खुद का नाम नासिर हुसैन दर्ज करने की गुहार लगाने लगा. समझाने-बुझाने के बावजूद भी वह नहीं माना. अगले दिन 14 अक्टूबर को वह SP ऑफिस पहुंच गया. उसने परिजनों व गांव के अन्य कुछ लोगों के खिलाफ तहरीर दी. खुद के साथ मारपीट करने और धमकाने का आरोप लगाया. तहरीर के मुताबिक रामबाबू तिवारी का कहना था कि उसने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है. उसके परिजन उसकी संपत्ति हथियाना चाहते हैं.
गांव के कुछ लोगों ने तब्लीगी जमात में भिजवाया था :रामबाबू के परिजन भी 19 अक्टूबर को SP ऑफिस पहुंचे. गांव के ही चार लोगों पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया. परिजनों ने बताया कि रामबाबू तिवारी की विगत एक माह से तबीयत खराब है. उसका इलाज करा रहे हैं. इसी दौरान गांव के छोटा मास्टर, महबूब खान, रज्जु खान और अफजल ने बहला-फुसलाकर कुछ दिन के लिए उसे तब्लीगी जमात में भिजवा दिया. वहां से लौट के आने के बाद बेटे की तबीयत और बिगड़ गई. बेटे को बरगलाकर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया. पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. परिजनों ने बताया कि उनकी करोड़ों रुपए की जमीने हैं. इसे कुछ लोग हथियाना चाहते हैं.