गोपालगंज :बिहार के गोपालगंज में मोबाइल गेम खेलने का एक बुरा परिणाम सामने आया है. मोबाइल गेम बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को अपने चंगुल में जकड़ता जा रहा है. बच्चे इन ऑनलाइन गेम की लत का इस कदर शिकार होते जा रहे हैं कि जब उन्हें ऐसा करने से मना किया जाता है, तो वह अपनी जान तक देने पर उतारू हो जाते हैं. ऐसी ही एक घटना भोरे थाना क्षेत्र के एक गांव से सामने आई है.
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गेम खेलने से मना करने पर खाया कीटनाशक :भोरे थाना क्षेत्र में एक बच्चे को जब फ्री फायर गेम खेलने से मना किया गया, तो उसने कीटनाशक खा लिया. इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसे परिवार वालों ने अस्पताल में भर्ती कराया है. इस बच्चे की उम्र महज 12 साल है और वह पांचवी कक्षा का छात्र है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि मोबाइल गेम किस तरह से बच्चों के दिमाग को प्रभावित कर रहा है और इन्हें ऐसे खौफनाक कदम उठाने की प्रवृति की ओर अग्रसर कर रहा है.
फ्री फायर गेम खेलने की है बुरी लत :बताया जाता है कि बच्चे को उसकी मां ने हमेशा फ्री फायर गेम खेलते रहने के कारण डांट लगाई थी. मां की डांट और गेम खेलने से मना करना बच्चे को इतनी नागवार गुजरी की, उसने घर में रखा कीटनाशक खा लिया. इसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई. तब उसे गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है. परिजनों ने बताया कि उसे फ्री फायर गेम खेलने की बुरी लत है.
मां ने मोबाइल छूने से किया था मना :माता-पिता के अनुसार स्कूल से घर आने के बाद वह फ्री फायर खेलने बैठ जाता है. इस दौरान खाना, पीना, खेलना या किसी भी तरह का कोई काम करना नहीं चाहता. सब कुछ छोड़कर दिनभर मोबाइल में ही लगा रहता था. यही सब देख मां ने उसे मोबाइल देने से मना कर दिया और दोबारा मोबाइल छूने पर पीटने की धमकी दी. इससे बच्चा नाराज हो गया और इस घटना को अंजाम दिया.