पुणे (महाराष्ट्र): महाराष्ट्र के पुणे में देश का सबसे बड़ा प्राकृतिक घास का कालीन बनाया गया है, जिसका आकार 1000 वर्ग फुट बताया जा रहा है. पसपालम ग्रास कारपेट वैश्विक रिकॉर्ड लेता है. पर्यावरण क्षरण और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, पुणे में पर्यावरणविदों ने आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए देश का सबसे बड़ा प्राकृतिक घास कालीन बनाया है.
क्रत्रिम रूप से उत्पादित 1000 वर्ग फुट के कालीन को विश्व स्तर पर नोट किया जा रहा है. इन पर्यावरणविदों ने पुणे-सोलापुर रोड पर कुंजिरवाड़ी के पास पेठ नायगांव में एक गलीचा उत्पादन परियोजना स्थापित की है और कई पर्यावरणविद इस परियोजना का दौरा कर रहे हैं.
प्लांटर्स इंडिया लैंडस्केपिंग कंपनी के जिबॉय तांबी ने पुणे सोलापुर रोड के साथ कुंजिरवाड़ी में इस परियोजना की स्थापना की है. इसमें प्राकृतिक रूप से पर्यावरण के अनुकूल घास से गलीचा बनाया जाता है. इस कालीन का उपयोग न केवल घर के अंदर बल्कि खेल के मैदानों, पार्कों, गोल्फ कोर्सों, बैकयार्ड में भी बड़े पैमाने पर किया जा सकता है.
इस कालीन का उपयोग करना बहुत आसान है और रखरखाव की लागत बहुत कम है. अगर इस कालीन को दो-तीन दिन में एक बार पानी दिया जाए तो भी यह कालीन बहुत हरा-भरा और ताजा रहता है. यह कालीन न सिर्फ पर्यावरण की दृष्टि से फायदेमंद है बल्कि इसके कई भौतिक लाभ भी हैं.