आगरा: शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में मोहब्बत की निशानी ताजमहल को निहारने का क्रेज शनिवार रात देशी और विदेशी पर्यटकों में दिखा. फुल मून में ताज की 'चमकी' देखने के लिए देर शाम से ही शिल्पग्राम और मेहताब बाग पर पर्यटक जुटना शुरू हो गए. सैकड़ों की संख्या में पर्यटकों ने मेहताब बाग स्थित युमना किनारे के ताज व्यू पॉइंट से देर रात तक चांदनी रात में ताज की चमकी देखी. ईटीवी भारत से बातचीत में टूरिस्ट का कहना था कि चांदनी रात की दूधिया रोशनी में मोहब्बत की निशानी ताजमहल अलग ही दमक और दमक रहा था. इसे देखने का उत्साह बेहद खास और रोमांचकारी रहा. क्योंकि, भले ही चंद्र ग्रहण के चलते चांद की चमक थोड़ी फीकी थी. लेकिन, पर्यटकों में ताज महल की चमकी देखने का क्रेज हाई था.
बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस बार शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में ताजमहल की 'चमकी' देखने की एडवांस बुकिंग की. इस कारण पहले ही शरद पूर्णिमा देखने की सभी 400 टिकट बुक हो गईं. इस बार पर्यटकों ने सात समंदर पार लंदन और अन्य देशों में ही फुल मून में ताजमहल देखने की टिकट बुक कर ली. इसके साथ ही देश की राजधानी दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू, अहमदाबाद, पुणे, देहरादून और अन्य शहर के पर्यटकों ने ताजमहल को चांदनी रात में निहारने की टिकट बुक की.
ताजमहल की 'चमकी' क्या है
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन बताते हैं कि जब चांदनी रात में ताजमहल के धवल संगमरमरी बदन पर चंद्रमा की रश्मियां अठखेलियां करती हैं तो ताजमहल पर जड़े पत्थर (सेमी प्रीसियस और प्रीसियस स्टोन) चमकने लगते हैं. यह नजारा अद्भुत होता है. इसे ही 'चमकी' कहते हैं. साल में सिर्फ पांच दिन ही 'चमकी' देखने का मौका मिलती है. इसलिए सैलानियों में 'चमकी' का क्रेज है. 'चमकी' के दीदार को देशी-विदेशी पर्यटक शरद पूर्णिमा का इंतजार करते हैं.
यमुना किनारा से भी चमकी देखने का क्रेज आगरा में आवास विकास प्राधिकरण ने मेहताब बाग, यमुना किनारे ताज व्यू प्वाइंट विकसित किया है. यहां से देश-विदेश के पर्यटक दिन और चांदनी रात में ताजमहल का दीदार कर सकते हैं. ताजमहल के मुकाबले ताज व्यू प्वाइंट से मून लाइट में ताजमहल देखने की टिकट भी सस्ती है.
चांदनी रात में जरूर देखें ताजमहल