दुर्ग: दुर्ग-भिलाई की पहचान भिलाई स्टील प्लांट से है. लेकिन इन दिनों माइक्रो मूर्तियों की वजह से भिलाई का नाम रौशन हो रहा है. यहां के कलाकार अंकुश देवांगन बचपन से मूर्तियां बनाते हैं. लेकिन इस बार उन्होंने 0.4 MM की मूर्तियां बनाकर एक कारनामा कर दिया है. शिल्पकार अंकुश देवांगन एक से 10 इंच तक की नैनो मूर्तियों के निर्माण के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन इस बार उन्होंने इससे भी छोटी मूर्ति बनाई है.
उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अब तक कि सबसे छोटी मूर्ति बनाई है. जिसकी साइज एक सेंटीमीटर है. इतना ही नहीं उन्होंने 0.4 एमएम की माइक्रो गणेश मूर्ति बनाकर अपना नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा लिया है. इससे उनकी और भिलाई शहर की पहचान सबसे छोटी मूर्ति के लिए विश्वपटल पर हो रही है.
अंकुश को बचपन से है चित्रकारी का शौक
अंकुश देवांगन ने बताया कि बचपन से ही उन्हें चित्रकारी और मूर्तियां बनाने का शौक था. वह गणेश पूजा, दुर्गा पूजा से काफी आकर्षित रहते थे. इसलिए उन्होंने बचपन से ही उनकी प्रतिमा बनानी शुरू कर दी थी . बड़ी मूर्तियां बनाने में जब काफी ख्याति मिल गई. तो एक दिन अंकुश के मन में सवाल आया कि क्या कोई छोटी मूर्तियां भी बनाई जाती है.
इसके बाद उन्होंने इंटरनेट में उसके बारे में सर्च किया. वहां से उन्हें पता चला कि अफगानिस्तान और फ्रांस के मूर्तिकारों ने 1 इंच तक की छोटी मूर्तियां बनाई हैं. लेकिन उनके नाम कोई विश्व रिकॉर्ड नहीं है. वहीं से अंकुश ने ठाना की वह छोटी मूर्तियां बनाएंगे. उसके बाद यहीं से उनका सफर शुरू हुआ.
स्पेशल लेंस की मदद से बनाई पीएम मोदी की सबसे छोटी प्रतिमा
पीएम मोदी की सबसे छोटी प्रतिमा बनाने में अंकुश देवांगन को काफी मेहनत करनी पड़ी. उन्होंने बताया कि विशेष तरह के लेंस की मदद से यह प्रतिमा बनाई गई. इसका आइडिया उन्हें घड़ी मैकेनिक से मिला. जो लेंस की मदद से घड़ी की मरम्मत करते हैं.