आगरा: प्रोजेक्शन मैपिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम के म्यूजिक से आगरा किले के दीवान-ए-आम में नुकसान हुआ है. एएसआई ने यूनेस्को की ओर से निर्धारित साउंड लेवल में कार्यक्रम की अनुमति दी थी. 40 डेसीबल से अधिक साउंड होने से दीवान ए आम की दीवार और छत में दरार आ गई है. यह दरार दो से छह एमएम की है.
इतना ही नहीं, म्यूजिक की धमक से चूने का प्लास्टर भी झड़ गया है. सोमवार को जब एएसआई अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो खलबली मच गई है. एएसआई की ओर से अब प्रोजेक्शन मैपिंग शो और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दीवान ए आम में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. इसके साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर दीवान ए आम में क्षतिग्रस्त हिस्से में बैरीकेडिंग की कर दी गई है.
बता दें कि G20 शिखर सम्मेलन की आगरा में 11 व 12 फरवरी को महिला सशक्तीकरण पर बैठक हुई थी. इसमें शामिल होने के लिए G20 के 13 देशों के 145 प्रतिनिधि आए थे. विदेशी मेहमान के लिए 11 फरवरी की शाम आगरा किले के दीवान ए आम में महिला, बाल विकास एवं संस्कृति मंत्रालय ने प्रोजेक्शन मैपिंग व सांस्कृतिक प्रस्तुति का आयोजन किया था. करीब 45 मिनट की प्रस्तुति दीवान ए आम में की गई थी. इसमें दीवान ए आम में पर्दे लगाकर लेजर लाइट डाली गई थीं, जिससे साउंड एंड लाइट शो की तरह प्रस्तुति में लाइटों व साउंड का इस्तेमाल हुआ था. साउंड के लिए दीवान ए आम और किले में जगह-जगह स्पीकर लगाए गए थे. सांस्कृतिक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री व आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य के साथ ही G20 देशों के मेहमान मौजूद थे.
सोमवार को निरीक्षण में मिलीं दरारें
बता दें कि एएसआई के अधिकारी रविवार को G20 प्रतिनिधियों की ताजमहल विजिट में व्यस्त रहे. एएसआई कर्मचारियों ने सोमवार अधिकारियों को आगरा किले के दीवान ए आम में कई जगह से चूने का प्लास्टर झड़ने, दीवार और छत में दरार आने की जानकारी दी. इस पर एएसआई अधिकारियों ने दौड़ लगा दी. एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल, उप अधीक्षण पुरातत्वविद सुनीता तेवतिया, सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद् नीरज वर्मा सहित अन्य अधिकारी आगरा किला पहुंच गए. अधिकारियों की टीम ने आगरा किले के दीवान ए आम का निरीक्षण किया. इसमें दीवान ए आम की दक्षिण दिशा में सीढ़ियों के नजदीक स्थित खंबे के ऊपर दीवार और छत में दरारें आईं हैं. कई जगहों से चूने का प्लास्टर भी झड़ गया है. सुरक्षा और पर्यटकों को रोकने के लिए वहां पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है.