कोलकाता : सीपीआई (एम) नेतृत्व को जिला स्तरीय पार्टी कार्यशालाओं के दौरान जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को विपक्षी गठबंधन इंडिया की अवधारणा समझाने की कोशिश में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है. सूत्रों ने कहा है कि सीपीआई (एम) केंद्रीय समिति की हालिया स्पष्टीकरण में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पश्चिम बंगाल इंडिया ब्लॉक पर पार्टी के राष्ट्रीय रुख का हिस्सा नहीं होगा, इससे जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और सदस्यों का एक बड़ा वर्ग संतुष्ट नहीं हुआ.
रविवार से शुरू हुई जिला-स्तरीय कार्यशालाओं में यह सवाल हमेशा सामने आया है कि क्या सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद किसी भी संभावित इंडिया गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन देगा, जहां तृणमूल कांग्रेस भी होगी. सीपीआई (एम) राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा, "सच कहूं तो हमारे राज्य नेतृत्व के पास वास्तव में इस सवाल का कोई जवाब नहीं है, क्योंकि हम खुद इस मामले में स्पष्ट नहीं हैं."
कार्यशालाओं में उठाया गया एक और महत्वपूर्ण सवाल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए वाम मोर्चा के उम्मीदवारों के समर्थन में दीवार-भित्तिचित्र अभियान के बारे में था. सवाल यह है कि क्या ग्राफिटि "वाम मोर्चा समर्थित सीपीआई (एम) उम्मीदवार के लिए वोट" होगी, या "इंडिया समर्थित सीपीआई (एम) उम्मीदवार के लिए वोट करें."