नई दिल्ली: पूर्व सांसद और सीपीएम केंद्रीय समिति के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने शनिवार को कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-मार्क्सवादी) मणिपुर में दो परस्पर विरोधी समुदायों के बीच एक सूत्रधार के रूप में काम करने की कोशिश करेगी. कुकी और मैतेई के मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राजनीतिक दलों से मुलाकात करेगा.
मोल्लाह ने नई दिल्ली में ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, 'मणिपुर में स्थिति बहुत अस्थिर है, ऐसे में सभी लोकतांत्रिक दलों को मंच पर जाकर विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करना चाहिए. हमारी पार्टी के नेता निश्चित रूप से विभिन्न समुदायों से मिलेंगे और उन्हें करीब लाने का प्रयास करेंगे.'
उन्होंने कहा कि तीन महीने से अधिक समय से हिंसा जारी होने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है. मोल्लाह ने कहा कि 'हिंसा शुरू हुई तो अगर सरकार तुरंत कोई सकारात्मक कदम उठाती तो बेहतर होता.'
सीपीआई-एम महासचिव सीताराम येचुरी के नेतृत्व में, जितेंद्र चौधरी, सुप्रकाश तालुकदार और देबलीना हेम्ब्रम सहित पार्टी की अन्य केंद्रीय समिति के सदस्य शुक्रवार से मणिपुर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. संघर्षग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के अलावा, प्रतिनिधिमंडल चुराचांदपुर, मोइरांग और इंफाल में राहत शिविरों का भी दौरा करेगा.
शुक्रवार शाम को सीपीआई-एम प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की और मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल राज्य के कई नागरिक समाज संगठनों से भी मुलाकात करेगा.