पटना:एक तरफ पटना में भाकपा माले के मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी के खिलाफ हुंकार भरी, वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी नेआरजेडी चीफ लालू यादवसे मिलकर विपक्षी दलों को साथ आने का संदेश देने की कोशिश की. सिंगापुर में सफल किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद हाल में ही भारत लौटे लालू से येचुरी की मुलाकात काफी अहम है. लालू से उनकी भेंट भले ही औपचारिक लग रही हो लेकिन इसके मायने काफी गहरे हैं. जिसे उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए बताने की भी कोशिश की है.
ये भी पढ़ें: Nitish Kumar: 'हमारे पक्ष में आपलोग भी नारा लगाइये', PM उम्मीदवारी पर नीतीश कुमार का बड़ा बयान
'लालू से मिलकर हमेशा हौसला बढ़ता है':सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लालू और राबड़ी के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "लालू प्रसाद यादव जी से लम्बे समय बाद भेंट हुई. उनसे मुलाकात के बाद, हमेशा हौसला बढ़ता है. राबड़ी देवी जी और लालू जी के साथ अच्छा समय गुजरा."
वामदलों से लालू के मधुर रिश्ते:वैसे आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से वाम दलों के रिश्ते हमेशा से मधुर रहे हैं. लालू जब 2004-2009 के बीच मनमोहन सिंह की सरकार में रेल मंत्री थे, तब उस यूपीए सरकार को वाम दलों का भी समर्थन प्राप्त था. वहीं, अभी बिहार में महागठबंधन की सरकार को भी वाम दलों का बाहर से समर्थन है. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी आरजेडी-कांग्रेस और वाम दलों का गठबंधन था. वहीं व्यक्तिगत तौर पर भी लालू का सीताराम येचुरी समेत तमाम बड़े लेफ्ट नेताओं से अच्छे रिश्ते हैं.
पटना में लेफ्ट के मंच पर नीतीश-तेजस्वी:शनिवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित सीपीआई माले के कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने भी शिरकत की थी. उस मंच से दोनों नेताओं ने विपक्षी एकजुटता का संदेश दिया. साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दलों से एक साथ आने की अपील की. मुख्यमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस से इस दिशा में जल्द पहल करने की अपील की. इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद भी मौजूद थे.
सिंगापुर में लालू यादव का किडनी ट्रांसप्लांट:आपको बताएं कि पिछले साल दिसंबर में 75 वर्षीय लालू यादव का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था. सिंगापुर स्थित माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में उनका किडनी प्रत्यारोपण हुआ था. उनकी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी एक किडनी पिता को डोनेट किया है. दो महीने बाद लालू इसी महीने सिंगापुर से दिल्ली लौटे हैं. जल्द ही वह बिहार भी आ सकते हैं. चर्चा यह भी है कि वह महागठबंधन की महारैली में भी शामिल हो सकते हैं.