नई दिल्ली : कोविड-19 मरीजों का जल्द पता लगाने के लिए एक स्टार्टअप ने कृत्रिम बुद्धिमता (Artificial Intelligence) आधारित प्लेटफॉर्म को विकसित किया है. इसके तहत छाती के एक्स-रे के कम रिजोल्यूशन की तस्वीर से भी डॉक्टर बीमारी का पता लगा सकते हैं. विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने बुधवार को यह जानकारी दी.
इस प्रक्रिया का नाम 'एक्स-रे सेतु' (X-ray Setu) रखा गया है और कम रिजोल्यूशन वाली फोटो को मोबाइल के जरिये भेजा जा सकता है. इसके जरिए तेज गति से जांच करने और ग्रामीण इलाकों में संक्रमण का जल्द पता लगाने में मदद मिलेगी.
डीएसटी ने कहा है, 'आर्टपार्क (एआई एंड रोबोटिक टेक्नोलॉजी पार्क) गैर लाभकारी संस्था है, जिसे भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु ने स्थापित किया है. बेंगलुरु स्थित हेल्थ-टेक स्टार्ट-अप निरामय और भारतीय विज्ञान संस्थान ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर एक्स-रे सेतु का विकास किया है. इसे कोविड-19 संक्रमित मरीजों की पहचान करने और व्हाट्सऐप के जरिये उनकी छाती के एक्स-रे को कम रिजोल्यूशन पर डॉक्टर तक भेजने की सुविधा के लिये तैयार किया गया है.'
इसमें प्रभावित इलाकों का विश्लेषण और उसे रंगों के जरिये मानचित्र (heat map) द्वारा समीक्षा भी की जायेगी. यह समीक्षा डॉक्टरों के लिये उपलब्ध रहेगी, ताकि वे आसानी से हालात के बारे में जान सकें. इसके जरिये भारत के दूर-दराज इलाकों से 1200 से अधिक रिपोर्ट मिली हैं.
स्वास्थ्य की जांच करने के लिये किसी भी डॉक्टर को एक वेबसाइट पर जाकर 'ट्राई दी फ्री एक्स-रे सेतु बीटा' बटन को क्लिक करना है. उसके बाद यह प्लेटफार्म उन्हें सीधे दूसरे पृष्ठ पर ले जायेगा, जहां उक्त डॉक्टर वेब या स्मार्टफोन एप्लीकेशन (Smartphone Application) के जरिये व्हाट्सऐप आधारित चैट-बॉट से जुड़ जायेंगे.