गोरखपुर :उत्तर प्रदेश से कोरोना महामारी के बीच एक राहत भरी खबर आई है. कोरोना इलाज में कारगर दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज तैयार करने में गोरखपुर के डॉ. अनंत नारायण भट्ट ने अहम भूमिका निभाई है. डीआरडीओ के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज में बतौर साइंटिस्ट गोरखपुर के डॉ. अनंत नारायण भट्ट इस दवा को बनाने वाले वैज्ञानिकों की टीम के मुखिया के तौर पर कार्य किया है. उनकी सफलता से सिर्फ गोरखपुर ही नहीं पूरे पूर्वांचल को गौरान्वित होने का मौका मिला है. जिससे इस महामारी से बचाव में एक उम्मीद जगी है.
गांव में ही की शुरुआती पढ़ाई
देश को संकट की इस घड़ी में इतनी साहस भरी खबर देने वाले डॉक्टर अनंत भट्ट गांव के परिवेश में पले बढ़े हुए हैं. डॉ. अनंत गोरखपुर के गगहा क्षेत्र कौवाडील गांव के रहने वाले हैं. यहां के किसान इंटर कॉलेज से इन्होंने इंटरमीडिएट करने के बाद बस्ती किसान पीजी कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद अवध विश्वविद्यालय से डॉ. अनंत ने बायोकेमिस्ट्री में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल किया. इसके बाद पीएचडी करने सीडीआरआई लखनऊ चले गए. वहां पर उन्होंने ड्रग डेवलपमेंट विषय पर अपना शोध कार्य पूरा किया और वहीं पर बतौर साइंटिस्ट डीआरडीओ में नौकरी भी मिल गई. नौकरी के दौरान अनंत को पहले अमेरिका के मैरीलैंड बाल्टीमोर में स्थित जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी और फिर ज़्यूरिख़ स्वीटजरलैंड में पोस्ट फैलोशिप का अवसर भी मिला.