भारत में कोविड के 594 नए मामले, राज्यों ने अपने स्तर पर शुरू की तैयारियां
Covid cases Increase, Covid cases Increase in india, Covid Cases in India, भारत में एक बार फिर Covid-19 के मामले बढ़ने लगे हैं. इसे लेकर जहां केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जांच और सतर्क रहने की सलाह दी है, वहीं दूसरी ओर राज्यों ने भी अपने स्तर पर तैयारियों की हैं. गुरुवार को भारत में कोविड-19 के 594 नए मामले सामने आए हैं.
नई दिल्ली: भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 594 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 2,669 हो गई, जो इससे एक दिन पहले 2,331 थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,06,572) हो गई.
वहीं छह मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 5,33,327 हो गई, जिसमें केरल में तीन, कर्नाटक में दो और पंजाब में एक मरीज की जान चली गई. आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,70,576 हो गयी है और स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है. संक्रमण से जान गंवाने की दर 1.19 फीसदी है. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराक दी गयी हैं.
कर्नाटक में कोविड नियंत्रण के लिए कैबिनेट उप-समिति का गठन: सीएम सिद्धारमैया
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि मैंने स्वास्थ्य विभाग को कोविड प्रबंधन के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं और प्रबंधन के लिए एक कैबिनेट उप समिति का गठन किया जाएगा. दवा और मास्क की अनिवार्यता समेत सभी मामलों पर कमेटी फैसला लेगी. गुरुवार की कैबिनेट बैठक में उपसमिति का गठन किया जाएगा.
कृष्णा में कोविड नियंत्रण पर बैठक करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि 'आज स्वास्थ्य, चिकित्सा, गृह, डीसीएम, स्वास्थ्य, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों एवं तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ बैठक की गई. राज्य में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.'
उन्होंने आगे कहा कि 'हाल ही में, कर्नाटक में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनकी मौत हो गई है. यह नहीं कहा जा सकता कि तीनों की मौत कोविड के कारण हुई. उन्हें अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी थीं. उन्हें हृदय, किडनी, फेफड़ों की समस्या, मधुमेह और बीपी की समस्या थी. स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा विभाग के अधिकारी अलग-अलग बैठक कर चुके हैं. मैंने इस बारे में सलाह ली है.'
कर्नाटक ने वायनाड सीमा पर परीक्षण तेज
केरल में कोविड-19 मामले बढ़ रहे हैं, जिसके चलते कर्नाटक ने चेक पोस्टों पर निरीक्षण तेज कर दिया है. केरल से आने वाले यात्रियों के शरीर के तापमान की जांच के बाद उन्हें यात्रा जारी रखने की अनुमति दी जाएगी. चेक पोस्टों पर निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अधिक तापमान वाले लोगों को वापस लौटने की सलाह दी.
अधिकारी उन लोगों को अपनी यात्रा जारी रखने की अनुमति दे रहे हैं, जो उच्च शरीर के तापमान के बावजूद अपनी यात्रा जारी रखने का अनुरोध करते हैं, अगर अस्पताल में उनका कोविड-19 परीक्षण नकारात्मक आता है. यदि परीक्षण में कोविड की पुष्टि होती है, तो उन्हें कर्नाटक में इलाज कराना होता है. फिलहाल केरल में कुल संक्रमित लोगों में से 126 वायनाड से हैं.
ऐसे में कर्नाटक के वायनाड बॉर्डर पर फोकस करते हुए निरीक्षण तेज कर दिया गया है. कर्नाटक में पिछले सोमवार से मास्क अनिवार्य कर दिया गया. इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों और हृदय रोग सहित अन्य बीमारियों का इलाज चाहने वालों को मास्क का उपयोग करने की भी सलाह दी जाती है.
हैदराबाद में कोविड चिकित्सा सेवाओं के लिए अस्पताल तैयार
वहीं दूसरी ओर तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बुखार अस्पताल के अधीक्षक डॉ. शंकर ने कहा कि यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो वे पीड़ितों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य के कुछ हिस्सों में कोविड मामलों की बाढ़ के मद्देनजर अपने चिकित्सा कर्मचारियों को सतर्क कर दिया है.
बुधवार को पता चला कि बुखार अस्पताल में परीक्षण किए गए, संदिग्धों में से एक में Covid-19 के लक्षण थे. खैरताबाद और चिंतलबस्ती के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से यहां लाए गए नमूनों की जांच के बाद पता चला कि तीन और में कोरोना के लक्षण हैं. आरएमओ डॉ. जयलक्ष्मी, डिप्टी आरएमओ डॉ. चन्द्रशेखर, फार्मेसी प्रभारी जलीगामा अशोक समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बुधवार को कोविड समन्वय समिति की बैठक की.
बैठक के बाद डॉ. शंकर बोले ने कहा कि वार्ड-7 में एक विशेष आइसोलेशन सेंटर तैयार किया जा रहा है. संदिग्धों की जांच के लिए आरटीपीसीआर और रैपिड किट भी उपलब्ध कराए गए हैं. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. यदि उन्हें बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, नाक बहना, सांस लेने में कठिनाई आदि है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है.