नई दिल्ली :कोविड वायरस बदल गया है. पिछले कोविड-19 टीकाकरण ( Covid 19 vaccination ) से प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है, यहां तक कि इसने डबल-टीकाकरण ( Double vaccination ) वाले लोगों के स्वास्थ्य को भी काफी जोखिम में डाल दिया है. कई कारक हैं, जिनमें कमजोर प्रतिरक्षा सुरक्षा और बूस्टर का कम उपयोग, साथ ही गैर-टीकाकृत लोगों में प्रतिरक्षा में परिवर्तन शामिल हैं. एफडीए कमिश्नर रॉबर्ट एम कैलीफ ( FDA Commissioner Robert M Califf ) ने पिछले हफ्ते कहा कि जितने अधिक लोग कोविड 19 टीकाकरण के बारे में अप टू डेट रहेंगे, उतना ही सार्वजनिक स्वास्थ्य को अधिक लाभ होगा.
बता दें कि पिछले महीने Washington Post analysis on vaccination में पाया गया कि अधिक टीकाकरण वाले लोग अब कोविड 19 वायरस से मर रहे हैं और अमेरिका में अगस्त में 58 प्रतिशत कोरोनावायरस से हुई मौतों में वे लोग शामिल थे, जिन्हें टीका लगाया गया था या बढ़ावा दिया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है: सितंबर 2021 में, 23 प्रतिशत टीकाकरण वाले लोगों की कोरोनावायरस के कारण हुई मृत्यु की बात सामने आई थी. इस साल जनवरी और फरवरी में यह 42 प्रतिशत तक था.
टीका लगवाने वाले लोगों में बढ़ रही हैं मौतें!
कोविड टीकों की घटती प्रभावकारिता और बुर्जुगों और कम से कम एक टीके की खुराक लेने वालों में प्रतिरक्षा में अक्षम लोगों में वायरस के तेजी से संक्रामक फैलने के कारण टीका लगवाने वाले लोगों में मौतें बढ़ रही हैं. North Carolina University स्कूल ऑफ मेडिसिन के संक्रामक रोग विशेषज्ञ Dr David Weber School of Medicine जैसे कुछ शोधकर्ताओं ने कहा, यह गलत बयान है. यह कहने जैसा होगा कि कार दुर्घटनाओं में ज्यादातर मौतें सीट बेल्ट पहनने वाले लोगों के साथ होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि लगभग हर कोई सीट बेल्ट पहनता है. सही कथन यह है कि सीट बेल्ट कितने जीवन बचाती हैं? और यह सही कथन वैक्सीन पर भी लागू है.