हैदराबाद . इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने हाल ही में भविष्यवाणी की है कि तीसरी लहर सितंबर और अक्टूबर के बीच देश में कहीं भी आ सकती है. यह दूसरी लहर की तुलना में कम गंभीर होगी. आईसीएमआर ने राज्यों को हिदायत दी है कि अगर अभी कोविड प्रतिबंधों को हटाते हैं, तो इसका मतलब तीसरी लहर ( Third wave of COVID-19) को न्योता देंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी त्योहारी सीजन से पहले 30 सितंबर तक कोविड की रोकथाम के लिए जारी गाइडलाइन को फॉलो करने की सलाह दी है. साथ ही, राज्यों को सार्वजनिक समारोहों से बचने और सख्त कोविड प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
एक्सपर्ट के मुताबिक, कोराना महामारी के तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है. इसलिए केंद्र और राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान को और तेज करने का फैसला किया है. 28 अगस्त को भारत में 18 साल से अधिक उम्र के एक करोड़ लोगों को टीके लगाए गए. उत्तर प्रदेश ने सबसे ज्यादा करीब 28.62 लाख और कर्नाटक ने 10 लाख से ज्यादा डोज लगाई. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार, 30 अगस्त तक भारत में 63 करोड़ 43 लाख 81 हजार 358 टीके लगाए गए. 48 करोड़ 85 लाख 06 हजार 288 को वैक्सीन की पहली डोज मिली है जबकि 14 करोड़ 58 लाख 75 हजार 70 व्यस्कों को दोनों डोज लग चुकी है.
सितंबर में देश ने क्या हासिल किया
भारत की 50 फीसदी अधिक आबादी पहली या दोनों डोज वैक्सिन ले चुकी है. 10.6 फीसद लोग दोनों डोज ले चुके हैं.
हिमाचल प्रदेश में 18 से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की एक डोज या दोनों डोज लग चुकी है.
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर 100 प्रतिशत टीकाकरण हासिल करने वाला देश का पहला शहर बना. इस दौरान शहर के 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी योग्य लोगों को टीका दिया गया
केरल के वायनाड जिले ने पहली खुराक के साथ अपनी आबादी का पूरा टीकाकरण किया. राज्य रिपोर्ट के अनुसार, वायनाड की जनसंख्या 8.47 लाख है. इसने 16 अगस्त को टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया.
केंद्र शासित प्रदेश दादर और नगर हवेली, दमन और दीव ने भी अपनी 18 प्लस पॉपुलेशन के100 प्रतिशत टीकाकरण की घोषणा की
इससे पहले लद्दाख में सभी लोगों 100 प्रतिशत को पहली खुराक दी जा चुकी है.
अभी तक देश में 63,342 केंद्रों पर टीके लगाए जा रहे हैं, जिनमें 59,763 सरकारी और 3,579 निजी हैं.
सरकार की तैयारी, औसतन हर दिन औसतन 80 लाख शॉट्स दिए जाएंगे
सितंबर में और बढ़ेगी वैक्सीनेशन की स्पीड
केंद्र सरकार का कहना है कि अभी भी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास कोविड -19 वैक्सीन की 4.87 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं. इसलिए कोविड -19 के खिलाफ वैक्सिनेशन प्रोग्राम की स्पीड कम नहीं होगी. सितंबर में टीकों की 240 मिलियन से अधिक खुराक राज्यों तक पहुंच जाएगी. इसका मतलब यह है कि सितंबर में औसतन हर दिन औसतन 80 लाख शॉट्स दिए जाएंगे. अगस्त में इसका औसत 53-54 लाख के बीच रहा. अगस्त में लगने वाली कुल डोज में से लगभग 70 प्रतिशत पहली खुराक ही रही. सितंबर में सेकेंड डोज की तादाद बढ़ेगी.
15 राज्य सितंबर में हो जाएंगे वैक्सीनेटेड
जैसे-जैसे वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़ता जाएगा, तीसरी लहर के प्रकोप की आशंका भी कम हो जाएगी. मध्य प्रदेश और केरल ने घोषणा की है कि वे सितंबर तक पहली खुराक का काम पूरा कर लेंगे. सितंबर के अंत तक उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, कर्नाटक, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और चंडीगढ़, त्रिपुरा, मिजोरम और सिक्किम में करीब 100 प्रतिशत आबादी (18 प्लस) सिंगल या डबल डोज वैक्सीन ले चुकी होगी. इन राज्यों में 60 प्रतिशत से अधिक योग्य आबादी को पहले ही वैक्सीन मिल चुकी है.
30 अगस्त तक भारत में 63 करोड़ 43 लाख कोरोना के टीके लगाए गए. अब तक दिए गए कुल टीकों में से 77 प्रतिशत को पहली डोज मिली है. 23 प्रतिशत ने दूसरी खुराक प्राप्त की है. उत्तर प्रदेश ने सबसे अधिक 7.05 करोड़ों को वैक्सीन मुहैया कराई. उसके बाद महाराष्ट्र में 5.72 करोड़ लोगों को पहली या दूसरी खुराक मिली. तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है, यहां के 4.55 करोड़ व्यस्कों को पहली या दूसरी खुराक दी गई है.
30 अगस्त के अपडेट के अनुसार, भारत में 3,76,324 सक्रिय मामले हैं. केरल में देश में सबसे अधिक सक्रिय मामले (57 प्रतिशत) 2,13,113 हैं. इसके बाद महाराष्ट्र में 56,366 एक्टिव केस हैं. इन दोनों राज्यों में देश के 72 फीसदी एक्टिव केस हैं.
यूपी, बिहार, तमिलनाडु हैं चिंता का विषय
भले ही उत्तरप्रदेश में सर्वाधिक टीकाकरण हुआ हो, मगर आबादी के हिसाब से अभी यह संख्या कम है. गनीमत यह है कि अभी तक यूपी के 21 जिले कोविड फ्री हैं जबकि अन्य जिलों में केस की संख्या बहुत कम है. ऐसा ही हाल बिहार, झारखंड और तमिलनाडु का है. इन राज्यों के ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन की दर कम है. इसके अलावा पंजाब में वैक्सीनेशन की स्पीड कम है. कम कवरेज वाले राज्यों को वैक्सीनेशन की फर्स्ट डोज कंप्लीट करने में अक्टूबर या नवंबर का समय लग सकता है.
भारत का कोविड वैक्सीनेशन का लक्ष्य क्या है
केंद्र सरकार के हिसाब से देश में18 से अधिक आयु 106 करोड़ लोग हैं, जिन्हें दिसंबर के अंत तक टीका लगनी है. अभी भारत में उपलब्ध सभी वैक्सीन को दो डोज लगती है, यानी कुल 212 करोड़ टीके की आवश्यकता थी. अभी तक 64 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है. यानी 148 करोड़ वैक्सीन अगले चार महीने में लगानी होगी. यह लक्ष्य हासिल होगा या नहीं, यह तस्वीर अक्टूबर के अंत तक ही साफ हो पाएगी.