पश्चिम बंगाल: सब ने सोचा कि कोविड -19 अब खत्म हो चुका है और 28 जनवरी के बाद से पश्चिम बंगाल में एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ, तभी घातक वायरस ने पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में फिर से अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. मालदा मेडिकल कॉलेज का एक छात्र कोविड-19 से संक्रमित हुआ है और उसका इलाज चल रहा है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 28 जनवरी को प्रकाशित अंतिम कोविड बुलेटिन में छह कोरोना वायरस संक्रमण मामलों का उल्लेख किया गया था. तब से, इस संबंध में कोई और बुलेटिन प्रकाशित नहीं किया गया है.
सूत्रों के अनुसार 28 जनवरी को कुछ दिनों की निगरानी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की कि राज्य में कोई नया कोविड संक्रमण नहीं है. हर जिले से इसी तरह की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई थी. नतीजा यह हुआ कि मेडिकल और अस्पतालों में कोविड-19 को लेकर थोड़ी ढिलाई बरती गई. लेकिन सोमवार को छात्र में कोविड संक्रमण का पता चलने के बाद तनाव फिर से बढ़ गया. इससे मालदा के चिकित्सा अधिकारियों में फिर हड़कंप मच गया है. कोलकाता निवासी छात्र हाल ही में घर गया था और कोविड का टेस्ट कराने के बाद वह पॉजिटीव आया.
मालदा के चिकित्सा सहायक प्राचार्य और अस्पताल अधीक्षक पुरंजय साहा ने गुरुवार को ईटीवी भारत को बताया कि मालदा जिला पिछले कुछ महीनों से कोविड-मुक्त है लेकिन पिछले सोमवार को हमारे कॉलेज के प्रथम वर्ष के एक छात्र को आरटीपीसीआर टेस्ट के बाद कोविड का पता चला था. छात्र हमारे छात्रावास में ही रहता है. उन्हें फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है. होम टाउन कोलकाता से लौटने के बाद छात्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामूली लक्षण थे. मालदा लौटने पर उसके गले में खराश होने लगी. जिसके बाद आरटी-पीसीआर परीक्षण किया गया. पूरे छात्रावास को पहले ही सैनिटाइज कर दिया गया है, लेकिन अभी तक छात्रावास में मौजूद अन्य छात्रों में कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं. अगर कोई अन्य विधार्थी में भी इस तरह के लक्षण देखे गए तो उसका भी परीक्षण किया जाएगा.
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