चाईबासा:पश्चिमी सिंहभूम जिला में फिर से आईईडी ब्लास्ट हुआ है. एक दंपती इस बम विस्फोट की चपेट में आ गए. घटना गोइलकेरा थाना क्षेत्र के ईचाहातु की है. घटना की पुष्टि पश्चिम सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने की है. दरअसल, नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के अभियान को प्रभावित करने लिए चाईबासा के जंगलों में आईईडी बम से घेरा लगाया है, जिसके कारण आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं.
IED Blast in Chaibasa: चाईबासा में फिर हुआ आईईडी ब्लास्ट, चपेट में आए दंपती, अब तक दो जवानों समेत 5 की मौत
चाईबासा में एक बार फिर आईडी ब्लास्ट हुआ है. इस बार एक दंपती विस्फोट का शिकार हो गए. अब तक नक्सलियों के द्वारा लगाए गए बमों के कारण 2 जवानों और तीन ग्रामीणों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा एक महीने के अंदर अब तक दर्जनों ब्लास्ट हो चुके हैं और दर्जनों जवान सहित कई ग्रामीण घायल हो चुके हैं.
पति की मौत: बुधवार सुबह ईचाहातु गांव के दंपती 52 वर्षीय ग्रामीण कृष्णा पूर्ति और उनकी पत्नी 45 वर्षीय नंदी पूर्ति अपनी खेत में लगी अरहर की फसल देखने जा रहे थे. इसी दौरान मुख्य मार्ग से कुछ ही दूरी पर वे पगडंडियों से होते हुए खेत की तरफ जाने लगे. तभी नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे लगाया गया आईईडी ब्लास्ट हो गया. जिसके बाद दंपती घायल हो गए. घटना के बाद ग्रामीण दोनों को घर लेकर आए फिर फौरन उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक पति कृष्णा पूर्ति की मौत हो गई.
अब तक हो चुकी हैं दर्जनों घटनाएं:बता दें कि दो-तीन दिनों पहले भी आईईडी ब्लास्ट में एक महिला घायल हो चुकी है. वहीं, नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान अब तक दर्जनों आईईडी ब्लास्ट में दर्जनों जवान घायल भी हो चुके हैं. आईडी ब्लास्ट में कई ग्रामीण भी घायल हो चुके हैं. इससे पहले 2 ग्रामीणों और 2 जवानों की आईईडी ब्लास्ट में मौत भी हो चुकी है.
नक्सल विरोधी अभियान पर ब्रेक लगाने की साजिश: चाईबासा के जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों में नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए बमों का जाल बिछा कर रखा है. नक्सली अब इन्हीं बमों को अपने सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और सर्च अभियान के दौरान सुरक्षा बलों का ध्यान भटकाने और टारगेट लेकर बमों को ब्लास्ट कर रहे हैं. ताकि नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों के द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान पर ब्रेक लगाया जा सके.