नई दिल्ली : एआईएमआईएम (AIMIM ) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत में कभी कोई मुस्लिम वोट बैंक नहीं था और न ही होगा. अहमदाबाद में शनिवार को एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक मुसलमानों को यह धोखा दिया जा रहा है, वह एक वोट बैंक हैं. मुसलमानों को यह मान लेना चाहिए कि वह सत्ता को नहीं बदल सकते हैं. उलेमाओं की मौजूदगी में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अब तक दिलफरेब बातों में उलझाकर मुसलमानों को धोखा दिया गया है.
उन्होंने कहा कि अगर हम सरकार बदल सकते हैं तो भारतीय संसद में इतना कम मुस्लिम प्रतिनिधित्व क्यों है? उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद जनसमुदाय से पूछा कि आखिर बार गुजरात विधानसभा में मुसलमान विधायक कब चुने गए थे. ओवैसी ने कहा कि अगर मुसलमान सरकार बदल सकते तो बाबरी मस्जिद की जगह सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्यों आता और अब ज्ञानवापी मुद्दा सामने आया है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उसके इस बात की आलोचना हो सकती है और कई लोग इससे सहमत नहीं होंगे मगर उन्होंने अपने सियासी अनुभवों के आधार पर यह बात कही है.