नई दिल्ली : केंद्र सरकार की 7वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात में राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर उठाए गए कदमों का उल्लेख किया. उन्होंने दावा किया कि इस दौरान देश ने कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण महसूस किए.
'साजिश करने वालों को दिया मुंहतोड़ जवाब'
'मन की बात' की ताजा कड़ी में देशवासियों से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सात सालों में भारत ने किसी के दबाव में आए बगैर अपने संकल्पों से कदम उठाया और देश के खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया.
उन्होंने कहा कि इन सात वर्षों में देश 'सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास' के मंत्र पर चला है. देश की सेवा में हर क्षण समर्पित भाव से हम सभी ने काम किया है.
मोदी ने कहा कि इन सात वर्षों में जो कुछ भी उपलब्धि रही है, वह देश और देशवासियों की रही है. कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने इन वर्षों में साथ मिलकर अनुभव किए हैं. जब हम ये देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है तो हम सबको गर्व होता है. अब भारत अपने खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देता है और इससे देश का आत्मविश्वास भी बढ़ता है.
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उन्होंने कहा कि जब भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समझौता नहीं करता, जब हमारी सेनाओं की ताकत बढ़ती है तो हमें लगता है कि हां, हम सही रास्ते पर हैं.
'करोड़ों खुशियों में शामिल होने का मिला मौका'
पिछले सात सालों में बिजली, पानी, सड़क के अलावा बैंक खाते खोलने और आवास सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें इन सात सालों में करोड़ों लोगों की खुशियों में शामिल होने का मौका मिला.
आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब कोई गरीब मुफ्त इलाज से स्वस्थ होकर घर आता है, तो उसे लगता है कि उसे नया जीवन मिला है. उसे भरोसा होता है कि देश उसके साथ है. ऐसे कितने ही परिवारों के आशीर्वचन, करोड़ों माताओं का आशीर्वाद लेकर हमारा देश मजबूती के साथ विकास की ओर अग्रसर है.
'शांति व विकास का नया भरोसा जगा'
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्हीं सात सालों में भारत ने डिजिटल लेनदेन में दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया है और आज किसी भी जगह आसानी से चुटकियों में पैसे भेजे जा सकते हैं. सात वर्षों में ही देश के अनेकों पुराने विवाद भी पूरी शांति और सौहार्द से सुलझाए गए हैं और इनकी वजह से पूर्वोत्तर से लेकर कश्मीर तक शांति और विकास का एक नया भरोसा जगा है.
उन्होंने कहा कि ये सब काम जो दशकों में भी नहीं हो सके, इन सात सालों में इसलिए संभव हुआ क्योंकि इस दौरान हमने सरकार और जनता से ज्यादा एक देश के रूप में काम किया, एक टीम के रूप में काम किया.
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कोरोना से देश की लड़ाई का किया जिक्र
कोरोना महामारी से देश की लड़ाई का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सात सालों में देश ने जहां कई सफलताएं हासिल कीं, वहीं उसे कई कठिन परीक्षाओं के दौर से भी गुजरना पड़ा. इन सबके बावजूद देश मजबूत होकर निकला है.
उन्होंने कहा कि यह तो एक ऐसा संकट है, जिसने पूरी दुनिया को परेशान किया है. कितने ही लोगों ने अपनों को खोया है. बड़े-बड़े देश भी इसकी तबाही से बच नहीं सके हैं. इस वैश्विक-महामारी के बीच भारत, 'सेवा और सहयोग' के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.
ज्ञात हो कि 23 मई 2019 में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे. भाजपा ने 303 सीटें जीतकर जनादेश हासिल किया और नरेंद्र मोदी ने 30 मई को लगातार दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली थी.
- भाषा