नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्थानीय रूप से डिजाइन किये गये यूनिक और देश की जरूरतों के हिसाब से विकसित रक्षा हथियारों काे लेकर कहा कि एक मजबूत स्वदेशी रक्षा उद्योग हर विदेशी रक्षा खरीद से जुड़े विवादों की समस्या का समाधान करेगा, क्योंकि रक्षा कंपनियों के बीच अक्सर प्रतिद्वंद्विता होती है.
एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कि कैसे बजट रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता मदद करेगा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोग इस बात से परिचित हैं कि रक्षा क्षेत्र में किस तरह की प्रतिस्पर्धा रही है. प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब विदेशों से रक्षा उपकरण खरीदे जाते थे तो अक्सर सभी तरह के आरोप लगते थे. मैं इस मुद्दे की गहराई में नहीं जाना चाहता, लेकिन यह सच है कि हर खरीदारी में विवाद होता है.'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विभिन्न रक्षा कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा के कारण दूसरों के द्वारा उत्पादित रक्षा उपकरणों की बुराई करना एक ट्रेंड हो गया है. प्रधानमंत्री ने कहा, कौन सा हथियार अच्छा है और कौन सा बुरा, कौन सा हथियार उपयोगी है और कौन सा नहीं, इसे लेकर भी बहुत सारा भ्रम पैदा होता है. यह बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से किया जाता है. यह कॉर्पोरेट जगत में प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसी चीजें भ्रम और आशंका पैदा करती हैं और भ्रष्टाचार के द्वार भी खोलती हैं. उन्होंने कहा कि आत्म निर्भर भारत अभियान ऐसी कई समस्याओं का समाधान प्रदान करता है. विदेशों से खरीदे गए रक्षा उपकरणों में भ्रष्टाचार और बिचौलियों के इस्तेमाल के आरोप ने अक्सर देश में बड़े विवाद पैदा किए हैं. वर्ष 1989 में कांग्रेस चुनाव हार गई क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार पर स्वीडिश कंपनी बोफोर्स से हॉवित्जर की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगा था.