हैदराबाद : कोरोना की दूसरी लहर एक सुनामी की तरह आई है. हर ओर चीखें सुनाई दे रही हैं. वहीं कोरोना महामारी से मरने वालों से अपने दूरी बनाए हुए हैं और अंतिम संस्कार करने से भी कतरा रहे हैं. कुछ तो ऐसे लोग भी है जो शवों को छोड़कर चले जा रहे हैं. वहीं आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के कुछ युवा गुंटूर कोविड फाइटर्स के नाम से संगठन बनाकर ऐसे लावारिश शवों को उसके धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कर रहे हैं.
गुंटूर के ये कोरोना फाइटर्स साल भर में लगभग 260 अनाथ शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं. इस बारे में संगठन के एक युवा ने बताया कि कोरोना की वजह से लोगों द्वारा शवों को अनाथ रूप से छोड़े जाने पर उनके द्वारा उचित देखभाल के साथ अंतिम संस्कार कर दिया जाता है.