हैदराबाद : आज से 18 साल से ऊपर सभी लोगों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. क्या केंद्र सरकार इतनी बड़ी संख्या में टीका उपलब्ध करवा पाएगी, इस पर राजनीति शुरू हो गई है. केंद्र ने आश्वासन दिया है कि चरणबद्ध तरीके से टीके उपलब्ध करवाए जाएंगे. पर विपक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है. उनका आरोप है कि उनके यहां टीके उपलब्ध नहीं हैं. क्या है टीके की स्थिति, एक नजर डालिए.
भारत में कोवैक्सिन और कोविशील्ड दो कंपनियां कोरोना टीके की सप्लाई कर रहीं हैं. कोवैक्सिन मई महीने में तीन करोड़ टीके का उत्पादन करेगा. कोवैक्सिन निर्माता ने कहा कि एक साल में 70 करोड़ टीके का उत्पादन करने की क्षमता कंपनी ने विकसित कर ली है. मार्च में कंपनी ने 1.5 करोड़ टीके का उत्पादन किया था. अप्रैल में दो करोड़ टीके का उत्पादन हो रहा है.
बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने संसदीय समिति को बताया कि कोविशील्ड की मासिक उत्पादन क्षमता सात से 10 करोड़ डोज की है.
रूस द्वारा निर्मित स्पूतनिक-V को भारत ने मंजूरी दे दी है. स्पूतनिक ने भारत में डॉ रेड्डी लेबॉरेट्री के साथ मार्केटिंग की योजना बनाई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसने एक साल में 85 करोड़ डोज तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
पैनेसिया बायोटेक, सनोफिस शांताबायोटेक, हेस्टर बायोसाइंस, जाइडस कैडिला और बायोलॉजिकल ई के ट्रायल अंतिम चरण में हैं. ये सभी भारत की कंपनियां हैं. अमेरिका ने पी-फाइजर के निर्यात को अभी मंजूरी नहीं दी है. जॉनसन एंड जॉनसन के टीके को भी मंजूरी नहीं दी गई है.
भारत में टीके की क्या है स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलाय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 रोधी एक करोड़ से अधिक टीके उपलब्ध हैं और अगले तीन दिनों में 57,70,000 और टीके उन्हें मिलेंगे.
मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 15,95,96,140 टीके निशुल्क उपलब्ध कराए हैं. इनमें से खराब होने वाले टीकों समेत कुल 14,89,76,248 टीकों की खपत हो चुकी है.
उसने बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 रोधी 1,06,19,892 और टीके उपलब्ध हैं.
उसने कहा कि राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अगले तीन दिनों में 57 लाख से अधिक और टीके मिलेंगे.