भोपाल।देश में एक बार फिर से कोरना महामारी का खतरा बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं, इसी बीच कोरोना के नए वेरिएंट ने एक बार फिर लोगों को दहशत में डाल दिया है, ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीए 2.75 (BA.2.75) देश के 10 से ज्यादा राज्यों में अपना शुरुआती असर दिखाने लगा है. इसमें मध्यप्रदेश भी शामिल है. राजधानी भोपाल में आइसोलेशन का स्पेशल वार्ड बनाया गया है, और इस 30 बेड वाले वार्ड की निगरानी सीसीटीवी के माध्यम से की जाएगी. (MP Corona News) (Corona New Variant in India)
संक्रमण का खतरा बढ़ा:मध्य प्रदेश कोविड सलाहकार समिति के सदस्य एसपी दुबे ने बताया कि इस वेरिएंट ने कई देशों में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे में लोगों को इससे बचने की जरूरत है. ये वेरिएंट मौजूदा वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को भी चकमा दे सकता है. दुबे ने बताया कि "जो लोग अब तक खुद को सुरक्षित समझ रहे थे, उन्हें भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. लोगों ने कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना छोड़ दिया है साथ ही मास्क भी नहीं लगाते हैं, जिसकी वजह से खतरा मंडरा रहा है." (New sub variants effect in Madhya Pradesh)
क्या है बीए 2.75 वेरिएंट: ये वेरिएंट ओमिक्रोन का सब वेरिएंट माना जा रहा है, इसमें बीए 2.75 में कई म्युटेंट शामिल हैं. इसमें दो म्युटेंट बिल्कुल अलग है, जो पेरेंट् स्ट्रेन BA.2 में नहीं मिलते. यह दोनों म्युटेंट हैं G446S और R493Q. वहीं भोपाल के जिला अस्पताल में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी गई है. भोपाल के जेपी अस्पताल में 30 बेडों का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें फिलहाल सभी बेड खाली हैं. इन वार्डों की निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जिसके माध्यम से इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. अस्पताल के अधीक्षक राजेश श्रीवास्तव के अनुसार "जेपी अस्पताल में बाहर दो ऑक्सीजन प्लांट भी हैं, ऐसे में किसी भी खतरे से लड़ने के लिए तैयारियां पूरी हैं. (omicron india latest news) (omicron ba275 news india)
2 महीने में अचानक से बड़ा पॉजिटिविटी रेट:कोरोना के प्रकरणों के साथ ही मध्यप्रदेश में इसका पॉजिटिविटी रेट भी लगातार बढ़ रहा है. दो महीने पहले 6 मई को मध्यप्रदेश में 33 पॉजिटिव मरीज थे, और पॉजिटिविटी रेट 0.4 था, जबकि 6 जून को यह पॉजिटिविटी रेट लगभग 0.7 था. लेकिन जून माह के अंतिम सप्ताह में कोविड से हुई मौतों के बाद रेट बढ़ा गया है. पॉजिटिव मरीज बढ़ने से अब प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 1.6 हो गया है, जो खतरे की ओर इशारा कर रहा है.