दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

नोएडा: अंतिम संस्कार के लिए 24 घंटे बाद मिली जगह, पूरा परिवार संक्रमित - during home isolation

नोएडा में एक ऐसा मामले सामने आया है, जिसमें कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की होम आइसोलेट के दौरान मौत हो गई. जिसके अंतिम संस्कार के लिए 24 घंटे बाद का समय दिया गया. मृतक के संक्रमित बेटे ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया. जिसके बाद संबंधित विभाग हरकत में आया.

संक्रमित
संक्रमित

By

Published : Apr 13, 2021, 12:00 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा:कोरोना से संक्रमितव्यक्ति कीहोम आइसोलेट के दौरान मौत होने से जिले में हड़कंप मच गया. परिजनों ने वीडियो बनाकर स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल भी किया. आरोप है कि समय पर इलाज नहीं मिलने से संक्रमित की मौत हो गई है. इसके बाद स्वजन ने जब अंतिम संस्कार के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया, तो विभाग ने अंतिम संस्कार में जगह नहीं होने की बात कहकर 24 घंटे बाद का समय दे दिया. नाराज परिजनों ने संक्रमित के शव का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दिया, इसके बाद प्रशासन को इसकी जानकारी हुई.

24 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार

सेक्टर 76 की एक सोसाइटी में 77 वर्षीय बुजुर्ग परिवार के साथ रहते हैं. बृहस्पतिवार को कोरोना संबंधित लक्षण दिखने पर उनके साथ उनकी पत्नी, बेटे, पुत्रवधू और दोनों पोतों ने सेक्टर 27 के एक निजी अस्पताल में अपनी जांच कराई. जांच रिपोर्ट में सभी 6 लोग संक्रमित मिले. अस्पताल के डॉक्टर ने एक्स-रे और रक्त जांच के बाद उन्हें परिवार के अन्य लोगों को होम आइसोलेट कर दिया.

इस दौरान विभाग ने कोई संपर्क नहीं किया. सोमवार को जब बुजुर्ग की हालत बिगड़ने लगी, तो स्वजन ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया, लेकिन मदद नहीं मिली. इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई. परिजनों ने जब अंतिम संस्कार को कहा तो विभाग ने मंगलवार तक इंतजार करने को कहा. उधर पड़ोसियों का आरोप है कि जब स्वास्थ्य विभाग से परिवार को मदद नहीं मिली. तो उन्होंने पुलिस से संपर्क साधा.

पढ़ें -कोरोना संक्रमित नरेंद्र गिरी की तबीयत बिगड़ी, एम्स ऋषिकेश में भर्ती

जिसके बाद देर शाम को एक पीसीआर टीम सोसाइटी में पहुंची, लेकिन वह भी बिना मदद किए वापस चली गई. बाद में मृतक के बेटे ने वीडियो बनाकर मैसेज जारी किया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. वहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नोटिस जारी कर यह जानकारी दी गई है कि लगाए गए आरोप निराधार हैं. जिस डॉक्टर ने इलाज किया, उसे नोटिस भेजकर जानकारी जुटाई जा रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details