चेन्नई: तमिलनाडु सहकारी बैंक से 18 नवंबर को साइबर अटैक कर 2.61 करोड़ रुपए लूट लिए गये थे. बैंक का मुख्य कार्यालय मनादी, चेन्नई में है. अधिकारियों ने उसी दिन चेन्नई पुलिस आयुक्त कार्यालय में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में कहा गया था कि यह हमला बैंक के सर्वर को हैक करके किया गया. चेन्नई सेंट्रल क्राइम ब्रांच साइबर क्राइम पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उन बैंक खातों को ब्लॉक कर दिया, जिनके जरिए लुटेरों ने पैसे ट्रांसफर किए थे और डेढ़ करोड़ रुपए बरामद कर लिए. इस संबंध में पुलिस द्वारा की गई जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं.
पिछले अगस्त में, एक फिशिंग मेल उस कंप्यूटर पर भेजा गया था जो बैंक में इंटरनेट सेवा के साथ काम कर रहा था और इसके माध्यम से अधिकारियों की जानकारी के बिना की-लॉगर सॉफ़्टवेयर डाउनलोड किया गया था. फिर उन्होंने कंप्यूटर की गतिविधियों पर नजर रखी और डेटा एकत्र किया. जांच में पता चला कि स्वीट 32 अटैक के नाम से जाने जाने वाले साइबर अटैक के जरिए को-ऑपरेटिव बैंक के सर्वर को एक्सेस किया गया और पूरे नेटवर्क को काबू में कर लिया गया.
पढ़ें: PM Modi in Varanasi : गंगा विलास क्रूज को दिखायी हरी झंडी, टेंट सिटी का उद्घाटन किया
जांच में यह भी पता चला कि पूरी योजना और डेटा संग्रह के बाद नवंबर में पैसे चोरी किये गये. यह भी पता चला कि नाइजीरिया में दो बैंक खातों के माध्यम से बिनेंस नामक वेबसाइट के माध्यम से एक करोड़ रुपये को क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित किया गया था. ऐसे में पुलिस ने एक विशेष टीम गठित कर छानबीन शुरू की. साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटर के आईपी पते के विश्लेषण से पता चला कि वे उत्तम नगर, दिल्ली से काम कर रहे थे.