नई दिल्ली:आजादी के 75वें वर्ष में हर घर तिरंगा अभियान में हर कोई बढ़-चढ़कर भाग ले रहा है, लेकिन अब इसी अभियान के एक विज्ञापन पर विवाद छिड़ गया है. दरअसल, कर्नाटक सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर एक अखबार में विज्ञापन प्रकाशित कराया है. विज्ञापन में देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को जगह दी गई है लेकिन इससे देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर ही गायब है. गौर करने वाली बात यह भी है कि इसमें विनायक सावरकर को जगह दी गई है. विज्ञापन पर कर्नाटक कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
उधर भाजपा के प्रदेश महासचिव एन. रवि कुमार ने कहा, 'हमने उन्हें (नेहरू को) जानबूझकर छोड़ दिया है. जब हम अपने प्रधानमंत्री के आह्वान पर आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहे हैं, तो उनकी (नेहरू) तस्वीर का उपयोग करने का क्या मतलब है?' उन्होंने यह आरोप लगाया कि नेहरू ने स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस को भंग करने के महात्मा गांधी के रुख पर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा, 'नेहरू एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने महात्मा गांधी की बात नहीं मानी, और वह देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार थे, इसलिए हम उनकी तस्वीर नहीं लगाएंगे.'