अहमदाबाद :गुजरात के कच्छ जिले के गांधीधाम कस्बे के पास एक गांव में बीते दिनों मंदिर में दर्शन करने को लेकर दलित परिवार पर हमले की घटना सामने आई थी. इसे लेकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री प्रदीप सिंह परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली सरकार राज्य में सामाजिक सद्भाव बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कोई भी इस तरह के अत्याचारों का शिकार न हो.
मंत्री प्रदीप सिंह परमार ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से घटना में घायल हुए छह लोगों और इलाज करा रहे छह लोगों को कुल 21 लाख रुपये की सहायता प्रदान की गई है. इस घटना के आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए भी दिए गये हैं. कच्छ जिला प्रशासन और जिला पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज की और तत्काल कार्रवाई करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
उधर, कच्छ में हमलों के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि आने वाले दिनों में कच्छ में दलितों पर हमले के मुद्दे पर आंदोलन किया जाएगा. उनका कहना है कि भचाऊ तालुका के नेर गांव में बेरहमी से हमला किया गया है. मंदिर एक सार्वजनिक स्थान है जिसमें सभी लोगों को प्रवेश करने की अनुमति है, तो फिर भेदभाव क्यों है. जिग्नेश मेवाणी ने आंदोलन की घोषणा की है. उनका कहना है कि एक नवंबर को सभी दलित उस मंदिर में प्रवेश करेंगे.
ये है पूरा मामला
घटना मंगलवार (26 अक्टूबर) को भचाऊ थाना क्षेत्र के नेर गांव में हुई, जब कथित रूप से करीब 20 लोगों ने दलित परिवार के छह सदस्यों पर हमला किया. मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. गोविंद वाघेला ने दावा किया कि लगभग 20 लोगों ने उन पर हमला किया. प्राथमिकी के अनुसार, आरोपी इस बात से नाराज थे कि गोविंद वाघेला और उनका परिवार 20 अक्टूबर को नेर गांव के राम मंदिर में पूजा के लिये आया था, जब वहां प्राण प्रतिष्ठा की रस्म चल रही थी.
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