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इन विवादित बयानों ने कराई मुलायम सिंह यादव की भरपूर किरकिरी

पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव एक तरफ अपने सौम्य स्वभाव के लिए जनता के बीच विख्यात है तो दूसरी तरफ विवादित बयानों को लेकर जनता की नजर में उनकी छवि कई बार धूमिल भी हुई है. आप भी जानें उनके कुछ विवादित बयान, जिनके चक्कर में बार-बार उनकी किरकिरी हुई.

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Published : Oct 10, 2022, 10:51 AM IST

पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव  (फाइल फोटो)
पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव (फाइल फोटो)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव जहां एक तरफ अपने सौम्य स्वभाव के लिए जनता के बीच विख्यात है, वहीं दूसरी तरफ विवादित बयानों को लेकर जनता की नजर में उनकी छवि कई बार धूमिल भी हुई है. उनके विवादित बयान राजनीतिक गलियारों में भूचाल लाने वाले रहे हैं. कभी वे पार्टी के संकटमोचक बने तो कभी पार्टी को संकट में डालने वाले भी वही थे. कई बार तो उनके जहरीले बयानों की वजह से समाजवादी पार्टी को नुकसान भी झेलना पड़ा. मुलायम के कौन से ऐसे विवादित बयान रहे जो खासे चर्चा में रहे. आइए जानते हैं.

"लड़के हैं गलती हो जाती है"
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मुरादाबाद में आयोजित एक रैली में विवादित बयान दिया था जिसके बाद वह महिलाओं के निशाने पर भी आ गए थे. जनता के बीच उनके इस बयान को लेकर आक्रोश भी पनप गया था. मुलायम ने कहा था कि बलात्‍कार के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है. "लड़के हैं लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं". रेप के मामलों में फांसी नहीं होनी चाहिए. लड़कों से गलती हो जाती है. सपा संरक्षक ने कहा था कि कभी-कभी फंसाने के लिए भी लड़कों पर आरोप लगा दिया जाता है. लड़कों से गलतियां हो जाती हैं. ऐसे कानूनों को बदलने की जरूरत है.

"लड़कियों को ज्यादा पार्टी में लो"
समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने एक विवादित बयान दिया था कि ‘ लड़कियों को ज्यादा पार्टी में लो. लड़कियां पहले जितनी आती थीं उतनी अब नहीं आ रहीं. पहले 40 से कम नहीं आती थी अब नौ हो रह गई हैं. लड़कियों को वोट मिलता है ज्यादा. हम यह प्रयोग कर चुके हैं.

"मैंने चलवाई थीं कारसेवकों पर गोलियां"
छह फरवरी 2014 को मैनपुरी में आयोजित एक जनसभा में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने स्वीकार किया था कि उनके ही आदेश पर 1990 में पुलिस ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाई थी. देश की एकता के लिए कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं, उसमें 28 लोग मारे गए.अगर हम मस्जिद नहीं बचाते तो उस दौर के कई मुस्लिम नौजवानों ने हथियार उठा लिए थे. मुलायम ने कहा था कि इसके बावजूद अगले चुनाव में पार्टी को 105 सीटें मिलीं और सरकार बनाई, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में सपा को महज 47 सीटें मिलीं, जो शर्म की बात है. मुलायम ने कहा था कि जब अयोध्या में गोलियां चलीं तो 20 लोग मरे और 80 लोग घायल हुए. लालकृष्ण आडवाणी ने कहा 56 मरे. हमने कहा अटल जी अगर सूची दे दें तो हम पैर पकड़कर माफी मांगेंगे. छह माह बाद पता चला कि 28 मरे हैं तो उनको मदद कर दी. देश की एकता के लिए अगर ज्यादा मारना पड़ता तो मारते. मुलायम ने कहा था कि अगर मस्जिद नहीं बचाते तो आज मुस्लिम नौजवानों के हाथ में हथियार होते, जब मस्जिद ही नहीं रहेगी तो क्या फायदा. उनका यह बयान राजनीतिक गलियारों में तूफान लाने वाला साबित हुआ. पार्टी को इससे काफी नुकसान हुआ.

"अखिलेश को सीएम बनना भूल"
मैनपुरी में एक कार्यक्रम के दौरान सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाना उनकी भूल थी. अगर 2012 में वे खुद मुख्यमंत्री बनते तो 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता. उन्होंने कहा था कि पार्टी अपनी वजह से हारी. इसमें जनता की कोई गलती नहीं.

एक महिला के साथ चार पुरुष नहीं कर सकते रेप
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने रेप को लेकर एक विवादित बयान दिया था. मुलायम ने कहा था कि एक महिला के साथ चार पुरुष रेप कर ही नहीं सकते हैं. उनका मानना था कि ऐसा संभव ही नहीं है. रेप तो एक ही पुरुष करता है तीन को तो मुकदमे में फंसाया जाता है.

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