हैदराबाद:मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हसन अली खान का स्वास्थ्य कारणों के चलते निधन हो गया. 71 वर्षीय खान के वकील प्रशांत पाटिल ने मीडिया को बताया कि पुणे में बसे कारोबारी हसन की दो दिन पहले हैदराबाद आने के बाद गुरुवार की रात तबीयत खराब हो गई थी. शुक्रवार को हसन अली खान के शव को पुणे ले जाया गया.
हैदराबाद का घोड़ावाला नाम से मशहूर हसन अली के खिलाफ सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों ने केस दर्ज किया. 2007 में हसन अली खान तब चर्चा में आए, जब आयकर टीमों ने पुणे और मुंबई में उनके आवासों पर छापा मारा था. उस वक्त उनके घर से मिले पत्र ने सनसनी मचा दी थी.
पत्र में लिखा था कि उनके एक स्विस बैंक खाते से करीब 36 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाने का जिक्र था. उस पत्र के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. हसन अली खान के कट्टर अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर अदनान खशोगी के साथ वित्तीय लेन-देन करने के आरोपों की खबरें ने भी हैरान किया.
ये भी पढ़ें-Karnataka High Court: अपराध स्वीकार करने पर कर्नाटक HC ने वृद्ध की सजा घटाई, आंगनबाड़ी केंद्र में सेवा करने का आदेश
हसन अली खान को साल 2008 में गिरफ्तार किया गया था लेकिन महाराष्ट्र हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से कई बार जमानत याचिकाओं के खारिज होने के कारण 2015 तक जेल में रहना पड़ा. बाद में रिहा होने के बाद लंबे समय तक ईडी के मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं किए जाने को लेकर भी आलोचना की गई थी. इस मामले में पिछले साल पीएमएलए एक्ट के तहत चार्जशीट दाखिल की गई थी. जांच अभी शुरू नहीं हुई है.