आइजोल :जब देश कोविड महामारी के कारण लॉकडाउन से गुजर रहा था, तब मिजोरम के चार प्रतिभाशाली युवाओं का एक समूह मोबाइल एप विकसित करने में व्यस्त था, जो यूजर्स को सरकार के साथ अपने घरों से आराम से व्यवसाय करने में मदद करेगा.
इस चार सदस्य टीम में जोरम्पुइया चौहंग, जो जामिया मिलिया इस्लामिया से कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर कर रहे हैं, सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर कर रहे फ्रांसिस लालनुमाविया, कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से B.E कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के छात्र गोस्पल रामदीनमाविया और बिट्स पिलानी से एम टेक के छात्र एलन लल्हारियत्पुया शामिल हैं.
इन चारों ने सितंबर 2018 में लेलन कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की और इस साल की शुरुआत में हुए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान, मिजोरम सरकार के लिए कई मोबाइल एप मुफ्त में विकसित किए.
इस एप को उपयोगकर्ता में डीसी से कर्फ्यू पास लेने लिए उपयोग किया. इसके अलावा यह एप यूजर्स को राजस्व निदेशालय के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सिस्टम की अनुमति देता है जो पशुधन किसानों को भोजन और दवाओं के लिए एएच एंड वैटी विभाग से जानकारी लेने की अनुमति देता है.
इसके अलावा उन्होंने पीडब्ल्यूडी एसेट ट्रैकिंग सिस्टम और पीडब्ल्यूडी कॉन्टेक्ट-लैंस अटेंडेंस सिस्टम जैसे एप्स के लिए राज्य के पीडब्ल्यूडी के साथ परियोजनाएं भी शुरू कीं.