देहरादून (उत्तराखंड):दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर से सफर करने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. बीते दिनों जब सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने तीन दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड आए थे, तब उन्होंने कहा था कि 1 जनवरी 2024 से इस कॉरिडोर या एक्सप्रेस वे को खोल दिया जाएगा, लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, अभी तक काफी हद तक काम पूरा हो गया है, लेकिन काम को पूरा होने में 4 से 5 महीने और लग सकते हैं.
ऊपर दौड़ेगी गाड़ियां, नीचे आराम से आर पार जाएंगे जानवर:एशिया के सबसे बड़े एलिवेटेड रोड में से एकदिल्ली देहरादून कॉरिडोर के 9 किलोमीटर के उस हिस्सा का काम पूरा हो चुका है. जिसके ऊपर से गाड़ियां चलेंगी और नीचे से जानवर बेफ्रिक आना-जाना करेंगे. ऐसे में यह हिस्सा सबसे खूबसूरत रहने वाला है. कॉरिडोर के एलिवेटेड होने की वजह से जानवरों की जान भी बच पाएगी. खास बात ये जानवर वाहनों की चपेट में आने से बचेंगे और वो इस छोर से उस छोर भी आसानी आ जा सकेंगे.
मंत्री गडकरी को थी ये उम्मीद:देहरादून दिल्ली एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है. दिल्ली के अक्षरधाम से देहरादून तक आने वाले इस एक्सप्रेसवे में कई तरह की सुविधाएं होंगी. अभी तेजी से काम चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार और सड़क एवं परिवहन मंत्री की डेडलाइन के अनुसार यह काम थोड़ा देरी से पूरा होगा. नितिन गडकरी चाहते थे कि 1 जनवरी 2024 तक इस काम को पूरा कर लिया जाए, लेकिन अभी तक इसका कार्य पूरा नहीं हो सकता है.
सिर्फ उत्तराखंड नहीं यूपी को भी फायदा:इस कॉरिडोर की सबसे खास बात ये है कि अब तक दिल्ली से देहरादून आने में करीब 6 घंटे का वक्त लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद 2.5 घंटे में दिल्ली से देहरादून की दूरी तय की जा सकेगी. इससे पहले जब नितिन गडकरी उत्तराखंड प्रवास पर आए थे, तब उन्होंने कहा था कि वो इस एक्सप्रेसवे के काम से पूरी तरह से अभी संतुष्ट नहीं है. उन्होंने तमाम कंपनियों को काम में तेजी लाकर पूरा करने को कहा था.
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यह एक्सप्रेसवे न केवल दिल्ली से उत्तराखंड को जोड़ेगा. बल्कि बागपत, शामली और सहारनपुर भी इस एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएंगे. करीब 210 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में दिल्ली से गाजियाबाद तक 12 सेक्शन लेन वाला रहेगा. जबकि, बाकी का हिस्सा 6 लेन वाला होगा. जिसका काम करीब पूरा हो गया है. इतना ही नहीं इस एक्सप्रेसवे में चार व्हीकल अंडरपास भी बनाए जा रहे हैं. अक्षरधाम से गीता कॉलोनी शमशान घाट तक यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा.
अगर किसी व्यक्ति को दिल्ली से उत्तर प्रदेश या देहरादून आना है तो उसे किसी भी तरह का कोई मोड या दूसरा एक्सप्रेस वे नहीं चढ़ना होगा. अगर सहारनपुर से कोई व्यक्ति दिल्ली या देहरादून आना चाहता है तो ईस्टर्न पेरिफेरल जंक्शन से ऊपर चढ़कर वो दोनों तरफ का सफर आसानी से कर पाएगा.