करौली/जयपुर:राजस्थान के करौली शहर (Karauli city of Rajasthan) में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष (Hindu New Year on 2nd April) पर निकाली जा रही रैली पर हुए पथराव और आगजनी के बीच फंसी 4 जिंदगियों को बचाने वाले कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा (Constable Netresh Sharma) को उनकी बहादुरी के लिए सीएम अशोक गहलोत ने शाबाशी दी है. सीएम गहलोत ने कहा कि अपनी जान की परवाह न करके कर्तव्य निभाने वाले नेत्रेश का कार्य प्रशंसनीय है.
दरअसल करौली शहर में रैली पर पथराव के बाद हुई फूटाकोट चौराहे पर दुकान के साथ मकान में भी आग लगा दी गई थी. आग की लपटों से घिरा मकान धूं-धूं करके जलने लगे. आग के बीच मासूम बच्चों के साथ दो महिलाएं फंस गई थी. आग को देखकर इन्होंने जिंदा रहने की उम्मीद खो दी थी. इस बीच करौली कोतवाली के कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा देवदूत बनकर पहुंचे और चारों की जिंदगी बचा ली. आग की लपटों के बीच एक बच्ची को बचाकर उसे लेकर बाहर निकलते कांस्टेबल की फोटो और वीडियो वायरल हो गई थी.
नेत्रेश ने बताया कि वह सिगमा गाड़ी में गश्त पर था. दोपहर 3 बजे रैली रवाना होकर हटवारा बाजार पहुंची. इस दौरान हुई हिसा में दुकानों में आग लगा दी गई थी. कई लोगों के सिर फूटे हुए थे. वहां स्थित एक मकान में बच्चे के साथ महिलाएं फंसी हुई थी. उन्होंने कहा कि आग में होते हुए बच्चे के पास पहुंचा और कपड़ा डालकर महिला सहित बच्चों को बाहर निकाला. नेत्रेश के इस कारनामे के बाद उनके बहादुरी की हर जगह चर्चा हो रही है. घटना की तस्वीर सामने आने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों सहित करौली एसपी शैलेंद्र सिंह और जिला कलेक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी पुलिस जवान की पीठ थपथपाई है.