दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Bada Mangal : रवि योग के शुभ मुहूर्त में करें हनुमान जी की पूजा, बड़ा मंगल का राम-हनुमान और भीम से क्या है संबंध, जानिए शुभ मुहूर्त-विधि - tuesday

पंचांग के अनुसार वर्तमान समय में ज्येष्ठ मास ज्येष्ठ मास चल रहा है. हिंदू कैलेंडर के ज्येष्ठ माह बड़ा मंगल में हनुमानजी के वृद्ध स्वरूप की पूजा करने का विशेष महत्व है. इस साल ज्येष्ठ मास में कब है बड़ा मंगल, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि. Bada Mangal . Hanumanji tuesday worship . Tuesday worship .

Bada Mangal . Hanumanji tuesday worship . Tuesday worship
हनुमानजी

By

Published : May 9, 2023, 11:22 AM IST

Updated : May 23, 2023, 2:16 PM IST

बड़ा मंगल :ज्येष्ठ मास आज से शुरू हो गया है.ज्येष्ठ माह में हनुमानजी के वृद्ध स्वरूप की पूजा का विशेष महत्व है.ज्येष्ठ माह के प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल कहा जाता है. इस बार दूसरा बड़ा मंगल 16 मई 2023 को है.पुराणों के अनुसार ज्येष्ठ मास के मंगलवार को ही हनुमान जी पहली बार भगवान राम से मिले थे और मान्यता है कि इसी महीने में हनुमानजी ने महाबली भीम के घमंड को तोड़ा था.

भक्तों पर हनुमानजी की कृपा बरसती है
हनुमानजी को चिरंजीवी कहा जाता है. जिस लोक में बड़ा मंगल पर सुंदरकांड का पाठ किया जाता है या रामचरितमानस का पाठ किया जाता है, वहां बजरंगबली किसी न किसी रूप में उपस्थित होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.आइए जानते हैं इस साल ज्येष्ठ मास में कब है बड़ा मंगल,जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि. Bada Mangal . Hanumanji tuesday worship . Tuesday worship . Bajarang bali ki jai .

7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें
बड़ा मंगल के दिन सुबह के समय स्नान करके लाल वस्त्र धारण करना शुभ रहेगा.अब घर के उत्तर-पूर्व कोने में एक चौकी पर हनुमानजी की तस्वीर लगाएं. आप इसे हनुमान मंदिर में भी कर सकते हैं. सबसे पहले बजरंगबली को चमेली के तेल और सिंदूर का चोला चढ़ाएं. इसके बाद लाल वस्त्र, लाल फूल, लाल फल, सुपारी, केवरा इत्र , बूंदी अर्पित करें. बड़ा मंगल के दिन कोई विशेष मनोकामना पूरी करने के लिए रामचरितमानस या फिर सुंदरकांड का पाठ शुभ होता है और हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करना चाहिए .अंत में हनुमानजी की आरती करने के बाद अधिक से अधिक लोगों को प्रसाद बांटें और बच्चों को गुड़, अनाज और जल का दान करें.

बड़ा मंगल 2023 शुभ चौघड़िया मुहूर्त

  1. चर (सामान्य) - प्रात: 09.00 - 10.36 प्रात:
  2. लाभ (प्रगति) - प्रात: 10.36 - 12.13
  3. अमृत (श्रेष्ठ) - दोपहर 12.13 - दोपहर 01.49 बजे

16 मई मंगलवार के दिन रवि योग बन रहा है, इस योग में शुभ कार्य, जप, पूजा संपन्न होते हैं. किसी नए कार्य की शुरुआत करने से उसमें सफलता मिलती है.

  1. रवि योग : 05:42 सुबह से 12:39 सुबह
  2. लाभ चौघड़िया :10:37 सुबह से 12:17 सुबह
  3. अमृत चौघड़िया : सर्वोत्तम 12:17 सुबह से 01:57 सुबह

Special :शायद ही सुनी हो हनुमान-जन्म की ये रोचक कथा, परम शिव भक्त थीं हनुमान जी की माता, इस जगह करती थीं पूजा

Last Updated : May 23, 2023, 2:16 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details