पणजी :कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पणजी के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य में मोरमुगाओ बंदरगाह के जरिए कोयले के आयात में वृद्धि और इससे जुड़ी रेलवे लाइन का दोहरीकरण कार्य एक खास कारोबारी की मदद के लिए किया गया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत एक के बाद विभिन्न क्षेत्रों पर पांच से छह उद्योगपतियों का एकाधिकार हो गया है. गांधी ने कहा कि आज मैं मछुआरों से मिला, उन्होंने मुझे बताया कि रेलवे लाइन का दोहरीकरण किया जा रहा है, बंदरगाह के माध्यम से कोयले का आयात बढ़ा है और गोवा कोल हब में बदल रहा है.
राहुल ने कहा कि हम गोवा को कोल हब नहीं बनने देंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने राज्य में लौह अयस्क खनन उद्योग बंद होने से प्रभावित लोगों से भी मुलाकात की. गांधी ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि खनन बंद होने से लाखों लोगों को नुकसान उठाना पड़ा और उन्होंने (लोगों ने) कहा कि खदानें उन व्यक्तियों के पास जाएंगी जिन्हें दिल्ली चाहता है.
गांधी ने आश्वासन दिया कि सत्ता में आने पर कांग्रेस कानूनी तरीके से गोवा में खनन गतिविधियों को फिर से शुरू करेगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सवाल किया कि अडानी के लिए हवाई अड्डा है, अडानी के लिए बंदरगाह है और गोवा का खनन क्षेत्र भी अडानी के लिए है. आपके लिए क्या हो रहा है?
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का अच्छे दिन का नारा आम लोगों के लिए नहीं बल्कि अडानी और अंबानी के लिए था. गांधी ने कहा कि आपको याद होगा, कुछ साल पहले प्रधानमंत्री टेलीविजन पर आए थे और उन्होंने जो किया था उसे अब नोटबंदी कहा जाता है.
उन्होंने हजार रुपये के नोट को चलन से बाहर कर दिया. गांधी ने आरोप लगाया कि इसका उद्देश्य कुछ कारोबारी घराने की मदद करना था. कांग्रेस नेता ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), कृषि कानून लाने की शुरुआत अचानक हुई घटना नहीं थी. गांधी ने दावा किया कि योजना असंगठित क्षेत्र, छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला करने, छोटे व्यापारियों, श्रमिकों पर हमला करने और किसानों पर प्रहार करने की है.