नई दिल्ली : कांग्रेस होने वाले विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी टिकट देगी. उक्त बातें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra) ने शनिवार को 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' के वर्चुअल अभियान को संबोधित करते हुए कहीं.
उन्होंने चुनाव के दौरान टिकट वितरण के लिए महिला उम्मीदवारों को 50 फीसदी आरक्षण देने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि 40 प्रतिशत उसके लिए 'पर्याप्त नहीं' है. इस नियम का उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनाव में पालन करेगी.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा. कांग्रेस महासचिव ने फेसबुक लाइव के माध्यम से उत्तर प्रदेश में वर्चुअल प्रचार शुरू किया. इस दौरान उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने कोविड की वजह से अपनी रैलियां रद्द कर दी हैं, मैंने तय किया कि हम फेसबुक लाइव के जरिये बात करें. मेरी कोशिश रहेगी कि हम लगातार आपसे जुड़ें और अनौपचारिक रूप से बातचीत करें.'
उन्होंने फेसबुक लाइव के जरिये अपने संवाद में कहा, 'उन्हें (महिलाओं को) रोजगार, शिक्षा, सेहत, सुरक्षा कैसी मिल रही है, ये महत्वपूर्ण है, हमने अपने शक्ति विधान में महिलाओं के लिए काफी कुछ लिखा है कि हम उनके लिए क्या करना चाहते हैं.'
उन्होंने कहा, 'दूसरा यह है कि हमारा सशक्तिकरण कैसे होगा? हमसे कहा जाता है कि सहने की आदत डाल लो. यह सही है कि हम महिलाओं में सहने की शक्ति है, लेकिन महिलाओं को अपनी शक्ति पहचाननी होगी, महिलाओं को अपने हक के लिए लड़ना होगा.'
ये भी पढ़ें - पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव, 10 फरवरी से सात चरण में मतदान, 10 मार्च को नतीजे
वर्चुअल अभियान में जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्नाव की पीड़िता का केस वहां पर दर्ज नहीं हुआ. उसका केस रायबरेली में दर्ज हुआ. वह खुद ट्रेन लेकर रायबरेली जातीं थी. उसकी मदद कर रही थी उसकी भाभी. अन्याय के खिलाफ सारी लड़ाइयां महिलाएं लड़ रही हैं. अत्याचार के खिलाफ लड़ रही पीड़िताओं से प्रेरणा लेकर ही ये ये नारा निकला है कि 'लड़की हूं लड़ सकती हूं'
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस में शामिल हुईं पूर्व सपा नेता रितु सिंह का उदाहरण देते हुए कहा, 'लखीमपुर में जब उनकी साड़ी खींची गई थी. वह मेरी पार्टी में नहीं थी, सपा में थीं. अब वह चुनाव लड़ रही हैं और पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ है. हमें ये करना पड़ेगा जिससे महिलाएं निडर होकर राजनीति में आएं.
उन्होंने कहा कि सेहत के मामले में यूपी एकदम निचले पायदान पर है. यहां महिलाओं के स्वास्थ्य के मामले में हालत और खराब हैं. हम प्रदेश में डॉक्टरों के सभी रिक्त पद भरेंगे. प्रत्येक परिवार को एक लाख तक का इलाज फ्री देंगे. हर स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं के लिए अलग से डॉक्टर होंगे. हम मानसिक स्वास्थ्य के लिए पूरे प्रदेश में एक तंत्र बनाना चाहते हैं जिससे बाकी समस्याओं के साथ युवाओं और महिलाओं समेत सभी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाए. साथ ही प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं के लिए अलग से डॉक्टर होंगे.
वाड्रा ने कहा, 'मेरी दादी इंदिरा गांधी जी भी मेरी प्रेरणा हैं. मैं उनसे भी प्रभावित हूं, इंदिरा गांधी जी एक सभा में भाषण दे रही थी तभी पथराव हो गया. उन्हें एक पत्थर आकर नाक पर लगा. खास बात ये है कि वे पीछे नहीं हटीं. फिर से खड़ी हुईं, भाषण पूरा किया. इंदिरा गांधी जी साहस की मिसाल थीं. उन्होंने हमेशा सही निर्णय लिया. वह आयरन लेडी थीं साथ ही उनमें धैर्य, निडरता, वीरता थी. वह महिला सशक्तिकरण की भी मिसाल हैं.'
ये भी पढ़ें - up assembly election 2022: UP में 7 चरणों में चुनाव, 10 मार्च को आएंगे नतीजे
यह पूछे जाने पर कि वह भाजपा की चुनौती का सामना कैसे करेंगी, जिसकी सबसे बड़ी ताकत कथित रूप से नफरत है, उन्होंने कहा, 'नकारात्मकता से केवल सकारात्मकता से ही निपटा जा सकता है.' उन्होंने कहा कि 'नफरत और हिंसा की राजनीति इसलिए की जाती है ताकि उनसे सवाल न पूछा जाए और लोग इसी में फंसे रहें, लेकिन इसका समाधान यही है कि सकारात्मकता और प्रेम से सही विकास की ओर कदम बढ़ाया जाए.'
कांग्रेस महासचिव ने फेसबुक लाइव के माध्यम से डिजिटल संवाद किया. इस संवाद में उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने कोविड की वजह से अपनी रैलियां रद्द कर दी हैं, मैंने तय किया कि हम फेसबुक लाइव के जरिये बात करें. मेरी कोशिश रहेगी कि हम लगातार आपसे जुड़ें और अनौपचारिक रूप से बातचीत करें.'