नई दिल्ली : दो दिन पहले कांग्रेस का चिंतन शिविर समाप्त हो गया. लेकिन गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल नदारद रहे. वह पिछले कई दिनों से पार्टी के कुछ नेताओं, खासकर राज्य से जुड़े, पर कई तरह के आरोप लगा चुके हैं. अब खबर है कि पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है. चर्चा है कि पार्टी हाई कमांड इस पर महत्वपूर्ण फैसला ले सकता है.
सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा से बुधवार को मुलाकात कर सकते हैं और वह उनसे हार्दिक पटेल से उनकी स्थिति के बारे में पूछ सकते हैं. हार्दिक पटेल ने 2015 में पटेल आरक्षण का मुद्दा छेड़ा था. उनके आंदोलन की लोकप्रियता की बदौलत ही उन्हें कांग्रेस में एंट्री मिली थी. 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा भी मिला. पिछले साल पार्टी ने उन्हें गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया था.
हालांकि, उसके बाद से वह राज्य स्तर पर पार्टी नेतृत्व से सहज नहीं हैं. उन्होंने कई मौकों पर राज्य नेतृत्व की शिकायत की है. यहां तक कि उनसे दूरी भी बना ली. हाल ही में यह भी चर्चा थी कि कांग्रेस पार्टी नरेश पटेल नाम के एक दूसरे पटेल नेता के संपर्क में है. हो सकता है पार्टी उन्हें शामिल कर ले. दूसरी बात यह भी है कि हार्दिक पटेल के भाजपा ज्वाइन करने की भी खबरें उड़ रहीं हैं. वैसे, इस बाबत जब हार्दिक पटेल से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस में हैं, लेकिन उनकी चिंता को कोई दूर नहीं कर रहा है. वह चाहते हैं कि उनकी चिंता हाईकमांड दूर कर दे.
उनके इस बयान के बाद हार्दिक पटेल के पिता की बरखी (निधन के एक साल होने) पर उनके घर रघु शर्मा पहुंचे थे. उनके साथ राज्य कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. 10 मई को राहुल की दाहोद रैली में उम्मीद की जा रही थी कि राहुल उनसे बात कर नेतृत्व का मुद्दा सुलझा सकते हैं. लेकिन सूत्रों ने बताया कि राहुल के व्यस्त कार्यक्रम की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका.