जयपुर. राजस्थान में एक और करौली हिंसा के मामले में राजनीति तेज है. पक्ष विपक्ष अपनी तरह से खुद को एक दूसरे से बीस साबित करने की जुगत में है. भाजपा खुद को हिन्दुओं का खैरख्वाह बता रही है तो सत्ताधारी कांग्रेस अपनी छवि को क्लीन करने में जुटी है. प्रदेश सरकार के देवस्थान विभाग की ओर से हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा और रामनवमी में रामायण के पाठ सभी मंदिरों पर करवाने का फैसला लिया गया है. ये फैसला जिस तेजी में लिया गया है उसी तेजी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मुद्दे से चूक गए और जो कहना चाह रहे थे वो न कह (Dotasra slip Of Tongue), कुछ और ही कह बैठे. उनकी इस कोशिश में सांसद राहुल गांधी (Dotasra on Rahul Gandhi ) भी लपेटे में आ गए.
राजधानी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवस्थान विभाग और रामायण पाठ को लेकर सवाल दागा गया. इसके बैकग्राउंड में करौली हिंसा का मुद्दा भी था. इसी सवाल का जवाब देने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की जुबान फिसली. डोटासरा ने कहा- जैसे राहुल गांधी कहते हैं हमारा झगड़ा हिंदू और हिंदुत्ववादी के खिलाफ है. बस राहुल गांधी और हिन्दुत्वादी के खिलाफ वाले शब्द ही चर्चा का सबब बन गए. डोटासरा ने इससे पहले कहा- हम 36 कौमों को साथ लेकर चलने वाली और सभी धर्मों को मानने वाली पार्टी हैं. कांग्रेस का मानना है कि देश का जो भी व्यक्ति जिस धर्म को मानता है वह उसे माने और अपना काम करें.