नई दिल्ली :पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर उत्पाद शुल्क को मोदी टैक्स करार देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने केंद्र पर हमला बोला है. कहा कि पिछले छह वर्ष आठ महीनों में सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगाकर 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है.
मई 2014 में इंटरनेशनल क्रूड ऑयल की कीमत 108 डॉलर प्रति बैरल थी और दिल्ली में पेट्रोल 71.51 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा था, जबकि दिल्ली में डीजल 57.28 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था. अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें 1 फरवरी 2021 को प्रति बैरल 54.41 डॉलर थी और दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 89.29 रुपये प्रति लीटर है. जबकि दिल्ली में डीजल 79.70 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल पर 23.78 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 28.37 रुपये प्रति लीटर पर 820 प्रतिशत और पेट्रोल पर 258 प्रतिशत की वृद्धि की गई है.
उपभोक्ताओं से 20 लाख करोड़ की लूट
सरकार पर आरोप लगाते हुए पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या हम किसी भी क्षेत्र में सरकार को 20 लाख करोड़ रुपये खर्च करते देखते हैं. चाहे वह कृषि, एमएसएमई हो या हमारी सरकार के लिए? क्या यह सरकार का घोर कुप्रबंधन या लापरवाही नहीं है? क्यों आम भारतीय को उस सरकार के लिए कीमत चुकानी चाहिए जो केवल मुट्ठी भर कॉरपोरेट्स के लिए काम कर रही है? कांग्रेस ने दावा किया कि अगर सरकार अतिरिक्त उत्पाद शुल्क वापस लेती है तो दाम कम हो जाएंगे. तब पेट्रोल के दाम 61.92 रुपये प्रति लीटर और डीजल 47.51 रुपये प्रति लीटर होगा.