नई दिल्ली :प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के बांदीपुर और मुतुमला टाइगर रिजर्व का दौरा किया. प्रधानमंत्री की बांदीपुर बाघ अभयारण्य में सफारी का लुत्फ उठाते हुए तस्वीरें सामने आई हैं. अब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के दौरे पर सवाल खड़े किए हैं.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने 50 साल पहले बांदीपुर में शुरू किए गए प्रोजेक्ट टाइगर का पूरा श्रेय लेने के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की. जयराम रमेश ने ट्वीट किया 'आज PM बांदीपुर में 50 साल पहले लॉन्च हुए प्रोजेक्ट टाइगर का पूरा क्रेडिट लेंगे. वह खूब तमाशा करेंगे जबकि पर्यावरण,जंगल,वन्य जीव एवं वन क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों की रक्षा के लिए बनाए गए सभी कानून ध्वस्त किए जा रहे हैं. वह भले ही सुर्खियां बटोर लें लेकिन हकीकत बिल्कुल उलट है.'
'अडाणी के हाथ न बेचा जाए' :कांग्रेस ने कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट के जरिए भी प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. इंदिरा गांधी की शावक लिए तस्वीर शेयर कर ट्वीट में लिखा है,' बांदीपुर बाघ संरक्षण परियोजना, जहां आज आप सफारी का आनंद ले रहे हैं, 1973 में कांग्रेस सरकार द्वारा लागू की गई थी. नतीजतन, आज बाघों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है.' इसके अलावा कांग्रेस ने मजाकिया अंदाज में लिखा कि पीएम मोदी से उनकी विशेष गुजारिश है कि बांदीपुर को अडाणी के हाथों न बेचा जाए.
जानिए बांदीपुर टाइगर रिजर्व के बारे में :आधिकारिक आंकड़ों पर नजर डालें तो 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर शुरू होने पर बाघों की संख्या 12 थी. हालात ये थे कि बड़े पैमाने पर अवैध शिकार और सुरक्षा नहीं होने के कारण बाघ विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गए थे.