नई दिल्ली : कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने संसद के केंद्रीय कक्ष में शुक्रवार को 'संविधान दिवस' पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. संसद के केंद्रीय कक्ष में शुक्रवार को संविधान दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे.
सूत्रों ने इसकी पुष्टि की कि कांग्रेस ने इस आयोजन का बहिष्कार करने का फैसला किया है और कई अन्य विपक्षी दलों ने एकजुटता में हाथ मिलाया है. सूत्रों ने कहा कि बहिष्कार में उसके साथ शामिल होने के लिए कांग्रेस कई विपक्षी दलों के नेताओं के संपर्क में थी.
सूत्रों ने कहा कि द्रमुक, शिवसेना, आरएसपी, राकांपा, सपा, टीएमसी, भाकपा, माकपा, राजद, झामुमो और आईयूएमएल के भी इस बहिष्कार में शामिल होने की संभावना है.
पढ़ें :दिल्ली-गाजीपुर सीमा जितनी सुरक्षा तो पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं : रामगोपाल यादव
भाकपा, माकपा, राजद, द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पुष्टि की है कि वे उस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे जो भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर सरकार के 'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम का हिस्सा है. सूत्र बताते हैं कि पार्टी नेताओं के बीच अनौपचारिक विचार-विमर्श के बाद बहिष्कार का फैसला किया गया.
एक वाम दल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने एक-दूसरे से बात की है और सरकार के खिलाफ यह कार्रवाई करने का फैसला किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नियमित रूप से ‘संविधान का अपमान कर रही है. टीएमसी के एक नेता ने कहा कि उनका कोई भी सांसद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इस समय दिल्ली में नहीं है.
द्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने भी पुष्टि की कि वे उस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, जो लोकसभा सचिवालय और अध्यक्ष द्वारा आयोजित किया जा रहा है. सूत्रों ने संकेत दिया कि हालांकि, टीआरएस, बीजद और वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों के कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है.
(पीटीआई-भाषा)