नई दिल्ली:कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन किए जाने के बाद रविवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ऐसे 'आत्ममुग्ध तानाशाह प्रधानमंत्री' ने यह उद्घाटन किया है, जिन्हें संसदीय परंपराओं से नफरत है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रपति पद पर आसीन होने वाली पहली आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को उनके संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन नहीं करने दिया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार सुबह नए संसद भवन का उद्घाटन किया. मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर ईश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए कर्नाटक के श्रृंगेरी मठ के पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच 'गणपति होमम्' अनुष्ठान किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि फोटो में एक ही फ्रेम हो, एक ही नाम हो, मोदी जी की जो भी ख्वाहिशें थीं, वो आज पूरी हो गई.
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश ने ट्वीट किया, '28 मई को आज के दिन: नेहरू, जिन्होंने भारत में संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सबसे अधिक काम किया, उनका 1964 में अंतिम संस्कार किया गया था.' रमेश ने कहा, 'सावरकर, जिनकी विचारधारा ने ऐसा माहौल बनाया जो महात्मा गांधी की हत्या का कारण बना, उनका जन्म (आज ही के दिन) 1883 में हुआ था. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति, जो इस पद पर बैठने वाली पहली आदिवासी हैं, उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'उन्हें (राष्ट्रपति को) 2023 में नए संसद भवन के उद्घाटन की इजाज़त नहीं दी गई.'