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कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया पर थरूर पक्ष ने जतायी आपत्ति

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Published : Oct 19, 2022, 11:39 AM IST

Updated : Oct 19, 2022, 1:31 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव प्रक्रिया को लेकर शशि थरूर गुट ने आपत्ति जतायी है. थरूर गुट की तरफ से चुनाव में अनियिमतता का आरोप लगाया गया है.

Etv Bharat
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नई दिल्ली : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर की टीम ने पार्टी के मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान 'अत्यंत गंभीर अनियमितताओं' का मुद्दा उठाया और मांग की कि राज्य में डाले गए सभी मतों को अमान्य किया जाए. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. थरूर की प्रचार टीम ने पंजाब और तेलंगाना में भी चुनाव के संचालन में 'गंभीर मुद्दे' उठाए थे.

टीम ने कहा, पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को लिखे पत्र में थरूर के मुख्य चुनाव एजेंट सलमान सोज ने कहा है कि तथ्य “हानिकारक” हैं और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया में 'विश्वसनीयता और प्रमाणिकता की कमी' है. सोज ने मिस्त्री को बताया कि उत्तर प्रदेश में जो कुछ देखा गया है वह 'आपके कार्यालय' के अधिकार को खुली चुनौती के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के आदेशों की अवमानना ​​है.

सूत्रों के मुताबिक, सोज ने अपने पत्र में लिखा, हम यह रेखांकित करना चाहेंगे कि हमारे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मल्लिकार्जुन खरगे जी को पता था कि कैसे उनके समर्थक उत्तर प्रदेश में चुनावी कदाचार में लिप्त थे. हमें यकीन है कि अगर उन्हें जानकारी होती तो उत्तर प्रदेश में जो कुछ हुआ, उसे वह कभी नहीं होने देते. सोज को उद्धृत करते हुए पत्र में कहा गया, 'वह (खड़गे) ऐसे चुनाव को कलंकित नहीं होने देंगे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.'

उत्तर प्रदेश में थरूर की टीम द्वारा जिन 'अनियमितताओं' का उल्लेख किया गया उनमें मतपेटियों के लिए अनाधिकृत मुहरों का उपयोग, मतदान केंद्रों में अनाधिकृत व्यक्तियों की उपस्थिति, मतदान कदाचार, मतदान सारांश पत्र नहीं होने, उत्तर प्रदेश के प्रभारी एआईसीसी सचिवों की उपस्थिति आदि शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, 18 अक्टूबर की तारीख वाले पत्र में कहा गया, अगर उत्तर प्रदेश की दागदार प्रक्रिया को कायम रहने दिया जाता है तो हम यह नहीं समझ पा रहे कि इस चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष कैसे माना जा सकता है. इसलिए हम मांग करते हैं कि उत्तर प्रदेश के सभी वोटों को अवैध माना जाए.

थरूर की टीम ने कहा कि उसे इस चुनाव में 'मतदाता धोखाधड़ी' का संदेह है और आरोप लगाया कि ऐसे निर्वाचक थे जो मतदान के दिन लखनऊ क्षेत्र में मौजूद नहीं थे और उनका मत डाला गया था. पत्र में कहा गया है कि कुछ लोगों की ओर से वोट नहीं डालने की शिकायत थी क्योंकि अन्य ने पहले ही उनका वोट डाल दिया था. सूत्रों के मुताबिक, सोज ने कहा, 'जब हमारे एजेंटों ने मतदाता कदाचार की शिकायत की, तो दूसरे पक्ष के समर्थक मतदान केंद्र के अंदर आ गए और हंगामा किया और हमारे मतदान एजेंटों को धमकाना शुरू कर दिया.' मिस्त्री को लिखे एक अन्य पत्र में, थरूर की टीम ने पंजाब और तेलंगाना में चुनाव के संचालन में भी गंभीर समस्या के मुद्दों को उठाया है.

पीटीआई-भाषा

Last Updated : Oct 19, 2022, 1:31 PM IST

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