Kharge Demands Caste Census: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने खेला जाति वाला दांव, कास्ट सेंसस कराने की मांग, महिला आरक्षण पर किया बड़ा दावा - जनसंघ और आरएसएस
Kharge Demands Caste Census: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में लगातार जाति जनगणना और महिला आरक्षण पर घमासान छिड़ा है. कांग्रेस महिला आरक्षण की शुरुआत करने का क्रेडिट ले रही है. इसके साथ ही जाति जनगणना की मांग कर रही है. दूसरी तरफ बीजेपी लगातार महिला आरक्षण पर कांग्रेस को घेर रही है. इसिलए बीजेपी के आरोपों का जवाब मल्लिकार्जुन खड़गे ने रायगढ़ में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में दिया. Congress Claim On Women Reservation
रायगढ़: रायगढ़ के कोड़ातराई मैदान में कांग्रेस ने भरोसे का सम्मेलन किया. यहां मंच से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार से जाति जनगणना करवाने की मांग की है. जाति जनगणना के बहाने मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के कई आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने पीएम की आलोचना उनके उस बयान पर की है. जिसमें पीएम मोदी ने कांग्रेस पर देश को बांटने का आरोप लगाया था. खड़गे ने कहा देश को बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने अपनी जान गंवाई, राजीव गांधी ने जान गंवाई अब राहुल गांधी लगातार दौरा कर रहे हैं. ये लोग क्या बताएंगे.
जाति जनगणना की मांग: खड़गे ने कहा कि कांग्रेस देश को जाति में नहीं बांट रही है. बल्कि यह जानना चाहती है. कि देश में अभी के दौर में ओबीसी, दलितों, आदिवासियों की संख्या कितनी है. किस वर्ग की संख्या कितनी है. उसका पता लगाने की जरूरत है. तभी नीतियां बनाई जा सकेगी.
"हम पिछड़े वर्गों की जनगणना चाहते हैं क्योंकि इससे यह जानकारी सामने आएगी कि उनमें से कितने बहुत पिछड़े हैं. उनमें से कितने साक्षर हैं, कौन आर्थिक रूप से पिछड़े हैं. जनगणना से इन सभी विवरणों का खुलासा होगा और हम नीतियां बनाने में सक्षम होंगे. इन सभी चीजों के लिए हम मांग कर रहे हैं कि पिछड़े वर्गों और गरीब लोगों की जनगणना होनी चाहिए. इससे यह जानकारी सामने आएगी कि उनमें से कितने बहुत पिछड़े हैं. उनमें से कितने साक्षर हैं. कौन आर्थिक रूप से पिछड़े हैं. जनगणना से सभी पहलुओं का खुलासा होगा. जिससे नीतियां बनाने में मदद मिलेगी. इसलिए हम मांग कर रहे हैं कि पिछड़े वर्गों और गरीब लोगों की जनगणना होनी चाहिए": मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
कास्ट सेंसस की जरूरत (Congress Wants Census Of Backward Classes) : खड़गे ने कहा कि" ओबीसी को लेकर जातिगत जनगणना कराने की जरूरत है. आम जनगणना नहीं जातिगत जनगणना कराने की जरूरत है. ऐसे लोग है. इनकी गणना नहीं हुई. तो ओबीसी वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग का डाटा आएगा और फिर लोगों के हिसाब से नीति बनाने में मदद मिलेगी. इन तमाम चीजों के लिए कास्ट सेंसस होना चाहिए. इसकी मांग लगातार कांग्रेस सरकार कर रही है. कर्नाटक में जातिगत जगनणना हुई है. इसकी रिपोर्ट आएगी. कर्नाटक में अभी यह चल रही है. मोदी जी कहते हैं कि विपक्षी दल जाति में लोगों को बांटने और महिलाओं का अधिकार छीनने के लिए ऐसा कर रहे हैं. पीएम मोदी 2014 जैसा न सोचे, 2019 की तरह न सोचे. अब हर वर्ग के लोग होशियार है. देश को बचाने के लिए आप अकेले ही ठेका नहीं लिए. हम लोग भी लगातार काम कर रहे हैं. यह खेल 2024 में नहीं चलेगा.
खड़गे ने महिला आरक्षण पर मोदी सरकार के आरोपों का दिया जवाब: मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरक्षण पर मोदी सरकार के आरोपों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि" ये कहते हैं कि हमने महिलाओं के लिए आरक्षण लेकर आए. कहते हैं कि कांग्रेस वाले इसका विरोध कर रहे हैं. अमेंडमेंट 53, 54 कौन लेकर आया. ताल्लुका वर्ग में जिन महिलाओं को आरक्षण मिला. इसको कांग्रेस ने लागू किया. बाद में नरसिम्हा राव सरकार ने इसको लागू किया. आपने महिलाओं के बारे में कभी नहीं सोचा . ये महिलाओं के खिलाफ आइडियोलॉजी वाले हैं. जनसंघ और आरएसएस वाले महिलाओं के विरोध में रहे हैं. कांग्रेस महिलाओं को लेकर काम करती है. राजीव गांधी और देवगौड़ा सरकार में महिला आरक्षण को लेकर इन्होंने विरोध किया. उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. काम वो कर रहे गलत. हमको गाली दे रहे हैं. गरीबों और महिलाओं और एससी को हम हक देने की बात करते हैं. तो ये लोग एसटी और एससी को भड़काने का काम करते हैं."
"हमारी सरकार जब फिर आएगी तो हम एसटी और एससी के लिए काम करेंगे. अगर आपको महिलाओं और गरीबों से प्रेम है. तो अभी लोकसभा में 543 संसद सदस्यों की संख्या पर इसे लागू करो. बाद में सीट बढ़ाने की बात करना. अब जनगणना और परिसीमन लागू करने के बाद 2034 में महिला आरक्षण को लागू करने की बात कह रहे हैं. महिला आरक्षण को लेकर इनकी नीयत ठीक नहीं है. फिर कांग्रेस पर मदद नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं." मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष
दलितों और ओबीसी को कांग्रेस दे रही प्रतिनिधित्व: खड़गे ने दावा किया कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है. जिसने दलितों को आगे बढ़ाने का काम किया है. हमारे चार सीएम हैं. आप बताइए हम लगातार प्रतिनिधित्व दे रहे हैं कि नहीं दे रहे. बघेल जी बैकवार्ड हैं. सिद्धारमैया कर्नाटक में हैं. वो भी बैकवॉर्ड हैं. राजस्थान में गहलोत हैं. वो भी बैकवॉर्ड हैं. हमारे चार सीएम में से तीन बैकवॉर्ड क्लास के सीएम हैं. आप अगर बैकवॉर्ड और दलित को सीएम बनाते हैं तो आप उनसे बात भी नहीं करते. पहले हम दूरदर्शन जैसे देखते थे. वैसे मोदी सरकार ऐसे मंत्रियों का दूर से दर्शन करते हैं. ये लोग अपने यहां दलितों के साथ दूर से मिलते हैं. राहुल गांधी लगातार कारपेंटर से मिलते हैं. राहुल गांधी कुली से मिलते हैं. वह अमृतसर स्वर्ण मंदिर में जाकर सेवा करते हैं. जूता साफ करते हैं बर्तन धोते हैं. राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में हर लोगों से मुलाकात की. मोदी जी कभी आम आदमी से मिले. जिसके पास करुणा और जूनून नहीं है वह दूसरों के बारे में नहीं सोच सकता. जो काम हम पहले से करते आए हैं. वो हम करते रहेंगे. झूठों के सरदार से आप लोग दूर रहिए."
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में सभी मुद्दों को समेटा. उन्होंने पीएम मोदी के जाति और गरीब वाले आरोपों पर कई प्रहार किए. एक बार फिर खड़गे के इन आरोपों से छत्तीसगढ़ का सियासी पारा हाई हो चुका है.