नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को है. कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी (Congress chief Sonia Gandhi) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (former party president Rahul Gandhi) ने अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश से खुद को पीसीसी प्रतिनिधियों के रूप में पंजीकृत किया है, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिल्ली से पंजीकरण कराया है. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
पहली बार हाईटेक पहचानपत्र का इस्तेमाल :केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 9000 से अधिक पीसीसी प्रतिनिधियों की पूरी सूची सौंपी, जो अगले पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में मतदान करेंगे. मिस्त्री ने पीसीसी प्रतिनिधि के रूप में सोनिया गांधी को पहला क्यूआर कोड-आधारित पहचान पत्र भी सौंपा (Mistry handed over high tech identity card to sonia). अगले कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और किसी भी प्रतिनिधि द्वारा डुप्लिकेट पहचान पत्र के उपयोग की किसी भी संभावना को कम करने के लिए पार्टी की ओर से पहली बार हाई-टेक पहचान पत्र का उपयोग किया जा रहा है.
एक दिलचस्प घटनाक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पार्टी के शीर्ष पद के लिए उम्मीदवारी के विवाद के बीच, AICC के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल (Pawan Bansal took congress president form) ने CEC कार्यालय से दो फॉर्म एकत्र लिए, जिससे उनके नाम को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई.
सोनिया कथित तौर पर राजस्थान के गहलोत खेमे के हालिया विद्रोह से नाराज हैं, जहां 90 से अधिक विधायकों ने रविवार को आलाकमान द्वारा चुने गए सीएम उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार कर दिया. इसकी वजह से कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी को अगले पार्टी प्रमुख के रूप में गहलोत की जगह नए उम्मीदवारों की तलाश के लिए मजबूर होना पड़ा.
एआईसीसी कोषाध्यक्ष के करीबी सूत्रों ने इस बात से इनकार किया कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में थे. उन्होंने कहा कि किसी अन्य उपयोग के लिए फॉर्म एकत्र किए थे, संभवतः कुछ नेताओं के लिए जो एक निश्चित उम्मीदवार के प्रस्तावक हो सकते हैं.