नई दिल्ली :कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि गुजरात चुनाव में उसका प्रदर्शन उतना खराब नहीं हो सकता जितना विभिन्न एग्जिट पोल में दिखाया जा रहा है (Congress plays down Gujarat exit polls). पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एआईसीसी टीम से फीडबैक लिया है. सूत्रों के मुताबिक खड़गे ने गुजरात के प्रभारी एआईसीसी महासचिव रघु शर्मा से सोमवार शाम को प्रकाशित विभिन्न एग्जिट पोल के बाद मंगलवार को अपडेट के लिए कहा. एग्जिट पोल में पार्टी को 182 में से 35-40 सीटें मिलने की संभावना जताई है.
गुजरात के प्रभारी एआईसीसी सचिव बीएम संदीप कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि 'हालात इतने खराब नहीं हैं. एग्जिट पोल वास्तव में गलत हो सकते हैं. हम 8 दिसंबर को आने वाले नतीजों का इंतजार कर रहे हैं.'
कांग्रेस ने पश्चिमी राज्य में करीब 125 सीटें जीतने का दावा किया था, जिसके एक घंटे बाद ही एग्जिट पोल आए. गुजरात में पिछले 27 साल से भाजपा के पास सत्ता है. कांग्रेस वहां सत्ता के परिवर्तन के एजेंडे पर काम कर रही है.
संदीप कुमार ने कहा कि पिछले कई महीनों से हमारा जमीनी स्तर पर अभियान बहुत अच्छा चला. हम घर-घर जाकर मतदाताओं से मिले और उन्हें हमारी गारंटी और भाजपा की विफलताओं के बारे में बताया. इसकी तुलना में भाजपा के पास अभियान के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए कुछ था नहीं, यही वजह है कि पीएम को कई रोड शो करने पड़े.'
एआईसीसी सचिव ने बताया कि एग्जिट पोल ने 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस को इतनी ही सीटें दी थीं, लेकिन पार्टी ने आखिरकार 77 सीटें जीतीं. हालांकि, एग्जिट पोल को लेकर भले ही AICC के नेता मजबूती से बात रख रहे हों लेकिन पार्टी के रणनीतिकारों के बीच चिंता है. यही वजह है कि वह 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को हुए मतदान की समीक्षा करने के लिए कह रहे हैं.
हालांकि प्रभारी रघु शर्मा ने 4 दिसंबर को खड़गे को पार्टी की गुजरात चुनाव की संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को स्थिति रिपोर्ट सौंपने से पहले मंगलवार को विभिन्न पदाधिकारियों के साथ तथ्यों और आंकड़ों की फिर से जांच की.
हर हाल में 60 सीटें मिलने की उम्मीद :पार्टी अध्यक्ष को साझा की गई आंतरिक समीक्षा के अनुसार, कांग्रेस को खराब से खराब स्थिति में कम से कम 60 सीटें मिलने की उम्मीद है. इसमें से सौराष्ट्र क्षेत्र को कम से कम 8 सीटें, दक्षिण गुजरात को 22, जबकि उत्तर और मध्य क्षेत्रों को 15-15 सीटें मिल सकती हैं.
हालांकि एआईसीसी के रणनीतिकार 8 दिसंबर को अंतिम आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं. समीक्षा प्रक्रिया में शामिल एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'हमें ईवीएम की भूमिका पर संदेह है, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं कर सकते.' पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, आप के प्रवेश से कांग्रेस की संभावनाओं को भी नुकसान हो सकता है.