कांग्रेस पार्टी 30 और 31 दिसंबर को I.N.D.I.A. गठबंधन के ब्लूप्रिंट पर करेगी चर्चा - कांग्रेस पार्टी
Congress Party, Congress National Alliance Committee, lok sabha election 2024, कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. आगामी 30 और 31 दिसंबर को कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा सीट-बंटवारे पर चर्चा के लिए सभी राज्यों के प्रभारियों की बैठक बुलाई है. पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को कहा कि वह 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर भाजपा से मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसलिए पार्टी ने 30 और 31 दिसंबर को सीट-बंटवारे पर चर्चा के लिए सभी राज्यों के प्रभारियों की बैठक बुलाई है. पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद, मुकुल वासनिक और मोहन प्रकाश जैसे वरिष्ठ नेताओं सहित पांच सदस्यीय कांग्रेस राष्ट्रीय गठबंधन समिति संबंधित एआईसीसी राज्य प्रभारियों के साथ बातचीत करेगी.
जानकारी के अनुसार 30 और 31 दिसंबर को राज्य इकाई प्रमुखों और सीएलपी नेताओं को क्षेत्रीय दलों के साथ सीट-बंटवारे की संभावनाओं पर उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त करने और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए उनकी तैयारियों पर चर्चा करने के लिए बुलाया जाएगा. प्रमुख राज्य जहां गठबंधन मायने रखेगा, वे उत्तर प्रदेश में 80 सीटें, बिहार में 40 सीटें, महाराष्ट्र में 48 सीटें, झारखंड में 14 सीटें, पंजाब में 13 सीटें, दिल्ली में 7 सीटें, गुजरात में 26 सीटें, असम में 14 सीटें, जम्मू-कश्मीर में 6 सीटें, तमिलनाडु में 39 सीटें और पश्चिम बंगाल में 42 सीटें हैं.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन पैनल राष्ट्रव्यापी गठबंधन के लिए कांग्रेस का खाका तैयार करेगी, जिस पर विपक्षी समूह I.N.D.I.A. के भीतर चर्चा की जाएगी और अगले साल जनवरी तक इसे तैयार किया जाएगा. यह कदम कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा 2024 के चुनावों के लिए संगठन तैयार करने के लिए एआईसीसी टीम को नया स्वरूप देने के कुछ दिनों बाद आया है. 21 दिसंबर को, कांग्रेस कार्य समिति ने भारतीय गठबंधन को भाजपा के खिलाफ एक प्रभावी गढ़ के रूप में आगे बढ़ाने का संकल्प लिया.
उत्तर प्रदेश के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि 'कांग्रेस भाजपा के खिलाफ एकजुट मोर्चा बनाने के लिए अपने गठबंधन सहयोगियों को एक साथ लाने के लिए प्रतिबद्ध है. सहयोगी दलों के बीच कोई समस्या नहीं है और सीट बंटवारे समेत विभिन्न मुद्दों पर पिछले कुछ समय से चर्चा चल रही है. निःसंदेह, अब चीजें अधिक योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ेंगी. सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर आसानी से काम हो जाएगा.'
पांडे ने कहा कि हालांकि सपा और रालोद पहले से ही गठबंधन में हैं, लेकिन बसपा भी यूपी में I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल होगी. पांडे ने कहा कि 'मुझे उम्मीद है कि यूपी में सभी दल भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे से लड़ने के लिए एक साथ आएंगे. 2024 की लड़ाई संविधान की रक्षा और देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए है. विपक्षी गठबंधन बेरोजगारी, महंगाई जैसे सार्वजनिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने जा रहा है, जिन पर भाजपा चर्चा नहीं करना चाहती है.'
झारखंड के पूर्व प्रभारी पांडे ने कहा कि चूंकि कांग्रेस, झामुमो और राजद गठबंधन आदिवासी राज्य पर शासन कर रहा है, इसलिए लोकसभा सीट बंटवारे पर काम करना कोई समस्या नहीं होगी. एआईसीसी के बिहार प्रभारी सचिव अजय कपूर ने कहा कि जद-यू, राजद, कांग्रेस, वाम गठबंधन राज्य में शासन कर रहा है, इसलिए वहां भी सीटों का बंटवारा सहज होगा. खड़गे ने हाल ही में कांग्रेस गठबंधन पैनल के सदस्य मोहन प्रकाश को बिहार का प्रभारी नियुक्त किया है, क्योंकि वह कम प्रोफ़ाइल बनाए रखना पसंद करते हैं और नीतीश कुमार और लालू प्रसाद जैसे गठबंधन सहयोगियों से बिना किसी परेशानी के निपटने में सक्षम होंगे.
एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी सचिव आशीष दुआ ने कहा कि राज्य में सीटों का बंटवारा कोई बड़ी समस्या नहीं होगी, क्योंकि 2019 से 2022 तक राज्य में शिवसेना यूबीटी, एनसीपी, कांग्रेस गठबंधन का शासन था, जब भाजपा ने इस समूह को गिरा दिया था, जिससे पहले शिवसेना और बाद में एनसीपी में विभाजन हो गया था. सेना और राकांपा के बागियों के पास विधायक हैं, लेकिन मतदाता उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ हैं.