उदयपुर.राजस्थान में कांग्रेस का नव संकल्प शिविर शुक्रवार से शुरू हो गया है. लेकिन संभवत: ऐसा पहली बार (Congress Leaders in Nav Sankalp Shivir) किसी राज्य में हुआ कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी किसी एक ही कार्यक्रम में एक ही स्थान पर, एक ही दिन पहुंचे और वह अलग-अलग जाएं. कम से कम राजस्थान में तो ऐसा कभी देखने को नहीं मिला तो वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी अकेले ही जयपुर पहुंचीं.
सुबह 7:50 पर जहां राहुल गांधी ट्रेन से 74 वरिष्ठ नेताओं के साथ उदयपुर पहुंचे तो वहीं प्रियंका गांधी 8:15 बजे विमान से उदयपुर पहुंचीं. वहीं, 11 बजे सोनिया गांधी प्लेन से उदयपुर आईं. ऐसे में तीनों नेता एक ही स्थान पर एक ही दिन तो पहुंचे, लेकिन अलग-अलग तो वहीं सोनिया गांधी और राहुल गांधी अर्थव्यवस्था और राजनीति से जुड़ी बैठक में शामिल हुए. खास बात ये है कि अर्थव्यवस्था वाली बैठक में सचिन पायलट राहुल गांधी के साथ बैठे नजर आए.
कांग्रेस का नव संकल्प शिविर शुक्रवार से शुरू हो गया है. गहलोत बोले- विपक्षी पार्टीयों पर छापे और भाजपा के नेता दूध के धुले : कांग्रेस के 9 संकल्प शिविर के पहले दिन 13 मई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उदयपुर को राहुल गांधी ने (Gehlot Praised Rahul Gandhi) इस नव संकल्प शिविर के लिए चुना, यह हमारे लिए गौरव की बात है. गहलोत ने कहा कि यह नव संकल्प शिविर देश की राजनीति को नई शुरुआत देगा. उन्होंने कहा कि यह नव संकल्प शिविर ऐसे वक्त हो रहा है जब कोई नहीं जानता कि देश किस दिशा में जा रहा है और किस दिशा में जाएगा. उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है और कोई सुनने वाला नहीं है.
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गहलोत ने कहा कि जब केंद्र में हमारी सरकार थी तो कांग्रेस का नेतृत्व यह सोचकर फैसले करता था कि लोग क्या कहेंगे और उसी आधार पर काम करते थे. इसी के चलते कई केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे हुए, लेकिन भाजपा के लिए यह बात कोई मायने नहीं रखती कि जनता क्या कहेगी. उन्होंने कहा कि देश में फासिस्ट लोग धर्म के नाम पर काबिज हो गए हैं और धर्म के नाम पर आपसी टकराव हो रहे हैं. धर्म के नाम पर दंगे और हिंसा (Congress Alleged BJP for Rajasthan Violence) हो सकते हैं और राजस्थान तो इनके टारगेट में नंबर एक पर है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी को हर कोई देख रहा है कि वह विपक्षी दलों पर कार्रवाई करती है, जबकि ऐसे लगता है कि जैसे भाजपा के लोग दूध के धुले हुए हैं. उनके यहां कोई सीबीआई का छापा नहीं पड़ेगा.
बैठक में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता. डोटासरा बोले- नए है कोई गलती हो तो 'म्हाने माफ करजो' : नव संकल्प शिविर में स्वागत करने का मौका राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष के नाते गोविंद सिंह डोटासरा को मिला. इस दौरान डोटासरा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि इस संकल्प शिविर से कांग्रेस के कार्यकर्ता में एक नई ऊर्जा का संचार होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस तरीके से संघर्ष कर रहे हैं, वह कांग्रेस के लिए प्रेरणास्पद है. वहीं, सोनिया गांधी जी का त्याग देश में सबसे बड़ा उदाहरण है. डोटासरा ने कहा कि धर्म के नाम पर बांटने वाला तेजाब हमारी बुनियाद में डाला जा रहा है, जिससे सावधान रहने की जरूरत है. डोटासरा ने कहा कि हम ईडी, सीबीआई या इनकम टैक्स से नहीं डरते, लड़ाई में भाजपा की ईट से ईट बजा देंगे और 2024 में मोदी सरकार का सूपड़ा साफ कर देंगे. हालांकि, कार्यक्रम के अंत में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि अगर कोई कमी रह गई है तो हमें माफ कर दो.
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सचिन पायलट आज रहे गहलोत के साथ : कांग्रेस के चिंतन शिविर ने राजस्थान के दो प्रमुख नेताओं की दूरियां कम से कम तस्वीरों में तो कम कर ही दी. जहां सुबह राहुल गांधी को लेने सचिन पायलट, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे तो वहीं दिन में सोनिया गांधी को लेने भी सचिन पायलट, अशोक गहलोत के साथ मौजूद रहे. दिन में आर्थिक कमेटी की बैठक में भी राहुल गांधी और सचिन पायलट के नजदीक बैठे हुए दिखाई दिए. ऐसे में भले ही गहलोत और पायलट के बीच दूरियां मानी जाती रही हो, लेकिन तस्वीरों में तो कम से कम यह दूरियां कम से कम दूर होती दिखाई दे रही हैं.