नई दिल्ली : पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी का आंतरिक कलह है. इस पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है. जब भी आंतरिक रूप से सरकार कमजोर होगी तो बाहरी ताकतें दखल देंगी. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई की मामले काे जल्द सुलझ जाना चाहिए.
इसके अलावा पंजाब में बिजली आपूर्ति एक अहम मुद्दा बन गया है. इसको लेकर आप ने सत्ता में आने पर राज्य में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है तो इससे आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को होने वाले नुकसान की संभावना पर ईटीवी भारत से बातचीत में बाजवा ने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री और नौकरशाहों की उनकी टीम पर निर्भर करता है. अगर वे इन सभी 18 सूत्री एजेंडे को लागू करने में सफल हो जाते हैं तो सरकार को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा कि नीयत और प्लानिंग हो तो सब कुछ किया जा सकता है.
आगामी विधानसभा चुनाव में पंजाब के प्रमुख मुद्दों जिस कांग्रेस सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, इस सवाल पर बाजवा ने कहा कि सबसे अहम मामला बेअदबी मामले का है. हमने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था. दूसरा है ड्रग माफियाओं का. इसमें ड्रग डीलरों से जुड़े उन राजनेताओं और पुलिसकर्मियों ने लगभग एक पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम ने ऐसे लोगों का खुलासा करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया था.
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