बेंगलुरु : कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजनों (Mekedatu project across the Cauvery river) को लागू किए जाने की मांग (demanding implementation of the Mekedatu project) को लेकर निकाली जा रही कांग्रेस की पदयात्रा ने मंगलवार को बेंगलुरु शहर में प्रवेश किया. इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने शहर के लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि इस यात्रा के कारण तीन मार्च तक शहर के कुछ हिस्सों में लोगों को जाम का सामना करना पड़ सकता है.
उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर राजनीतिक प्रतिशोध (political vengeance on BJP) के तहत नियमों के उल्लंघन का हवाला देकर परेशानी पैदा करने और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर पदयात्रा रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस तरह की धमकियों के आगे नहीं झुकेगी. शिवकुमार ने कहा, 'मैं बेंगलुरु के लोगों से माफी मांगना चाहता हूं, क्योंकि अगले तीन दिनों तक बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में यातायात की समस्या होगी. तीन दिनों तक ऐसी समस्या हो सकती है, लेकिन यह अगले 50 वर्षों के लिए आपके पानी से संबंधित मुद्दों को हल कर देगी. हमारी लड़ाई राज्य के लोगों और बेंगलुरु के नागरिकों के लिए है. इसलिए, कृपया सहयोग करें और हमारे साथ मार्च करें.'
यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि अपार्टमेंट एसोसिएशन, कारखाने के मालिक, उद्योगपति और आम लोग पार्टी लाइन से इतर पानी के लिए लड़ाई में शामिल होने के वास्ते आगे आए हैं. दूसरे चरण में आज अपने तीसरे दिन पदयात्रा 15.8 किमी की दूरी तय कर पास के कंगेरी से शहर के जयदेव जंक्शन तक पहुंचेगी. यह पदयात्रा का दूसरा चरण है जो 13 जनवरी को रामनगर में कोविड-19 की तीसरी लहर के चरम पर रहने के दौरान अचानक समाप्त हो गया था.
इस 'पदयात्रा 2.0' (Congress's Padayatra 2.0) की थीम 'नम्मा नीरू नम्मा हक्कू' (Our water, Our right) है. कुल 79.8 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद, तीन मार्च को बेंगलुरु में बसावनगुडी में नेशनल कॉलेज ग्राउंड में इसका समापन होगा.
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